दुर्गा पूजा जिसे दुर्गोत्सव या "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है। शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। Read More
Navratri 8th Day Maa Mahagauri puja vidhi: मां गौरी की उपासना करते समये इस बात का ध्यान रखें कि आपने सफेद वस्त्र धारण किया हो। क्योंकि मां को सफेद रंग बहुत पसंद है। ...
ये साल का वो समय है जब पूरा देश उत्सव के मूड में डूबा हुआ है.. दुर्गा पूजा के पंडालों में हर साल कुछ न कुछ नया होता है.. हर साल की तरह इस साल भी वाराणसी में दुर्गा पूजा के पंडालों को अलग-अलग थीम से सजाया गया है.. और इस बार वाराणसी चंद्रयान -2 के थीम ...
अक्षत का कन्या पूजन में इस्तेमाल इसलिए भी जरूरी है क्योंकि चावल समृद्धि का प्रतीक है। माना जाता है कि पूजा में इसके इस्तेमाल से घर में लक्ष्मी प्रवेश करती है। ...
नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। व्रत के बाद आठवें दिन कन्या पूजन का विधान है। माना जाता है कि मां दूर्गा होम और दान से इतनी प्रसन्न नहीं होती जितनी कन्या पूजन से होती हैं। ...