दुर्गा पूजा जिसे दुर्गोत्सव या "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है। शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। Read More
त्यौहार केवल उल्लास का अवसर नहीं है बल्कि यह अवसर है अपनी चेतना को जगाने का, अपने विचारों को श्रेष्ठ बनाने का. और हां, हमारे त्यौहारों का एक खास सामाजिक संदेश भी है. जब हम त्यौहार मनाते हैं तो परिवार एक होता है, समाज एक होता है, हम एक दूसरे के निकट आ ...
शारदीय नवरात्रि महापर्व की अष्टमी तिथि पर शहर के माता मंदिरों में शासकीय पूजा का आयोजन प्रतिवर्ष परंपरानुसार किया जाता है। सुबह कलेक्टर शशांक मिश्र ने चौबीसखंबा माता मंदिर पहुंचकर पूजन अर्चन व शराब की धार लगाकर माता की आराधना की। ...
मां दुर्गा के इस अंतिम रूप को नव दुर्गाओं में सबसे श्रेष्ठ माना गया है। माना जाता है कि केवल मां की पूजा सच्चे मन से करने से आपको पूरी 9 देवियों की कृपा मिलती है। ...