दुर्गा पूजा जिसे दुर्गोत्सव या "दुर्गा का उत्सव" के नाम से भी जाना जाता है। शरदोत्सव दक्षिण एशिया में मनाया जाने वाला एक वार्षिक हिन्दू पर्व है जिसमें हिन्दू देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। इसमें छः दिनों को महालय, षष्ठी, महा सप्तमी, महा अष्टमी, महा नवमी और विजयदशमी के रूप में मनाया जाता है। दुर्गा पूजा को मनाये जाने की तिथियाँ पारम्परिक हिन्दू पंचांग के अनुसार आता है। दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है। अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है। Read More
Dussehra Vijayadashami Shastra Puja Timing, Shubh Muhurat, Puja Vidhi, Importance in Hindi: दशहरा पर शस्त्रों की पूजा आप भी कर सकते हैं। शस्त्र को पूजने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। ...
विजय दशमी पर इस बार सर्वश्रेष्ठ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 36 से 12 बजकर 24 तक के मध्य है। इसके मध्य किया गया कोई भी कार्य बिना किसी रुकावट के अपने सर्वश्रेष्ठ फल तक पहुंचेगा। ...
Why do People eat Jalebi on Vijayadashami History: इस बार विजयदशमी का ये पर्व 8 अक्टूबर को पड़ रहा है। हर साल विजयदशमी पर लोग शुभ कार्य आरंभ करते हैं। इस मुहूर्त पर राहु काल का भी कोई दोष नहीं माना जाता। ...
दुर्गा पूजा का पर्व भारत में पूरे धूम धाम से मनाया जाता है. नवरात्री और दुर्गा पूजा के दसवे दिन यानी विजय दशमी को पंडालो में सुहागिन महिलाये दुर्गा माँ को सिन्दूर अर्पित करती है. साथ ही पान और मिठाई का भोग लगाती है. इसके बाद एक दूसरे को सिंदूर लगाती ...