हिन्दू धर्म में दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इसे भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म के लोग इस पर्व को 'ध्यान तेरस' के रूप में मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से भी जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। Read More
Bhai Dooj Mythological Story in Hindi: हिंदू कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भाई दूज कहते हैं। इस पर्व को यम द्वतीया या भ्रातृ द्वितीया भी कहा जाता है। भविष्यपुराण में यम द्वितीया का उल्लेख मिलता है। यम से स्पष्ट है कि इस ...
धनतेरस का पर्व कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. धनतेरस का दिन अत्यंत शुभ माना जाता है. इस दिन कुछ नया खरीदने की परंपरा है. खासतौर पर विशेषकर पीतल और चांदी के बर्तन खरीदने की. धनतेरस के दिन सोना खरीदना सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है ...
इस महासंयोग पर अगर सही से उपाय किया जाए तो व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी हो सकती है। महासंयोग का समझने के लिए हिंदी कैलेंडर को थोड़ा बारीकी से समझना होगा। ...
भगवान सूर्य की बहन षष्ठी देवी को प्रसन्न करने के लिए छठ पर्व मनाया जाता है। षष्ठी देवी नवजात बच्चों की रक्षा करती हैं। खास बात यह है कि छठ पूजा करने के लिए किसी पुरोहित की जरूरत नहीं होती है। अमीर से अमीर और गरीब से गरीब व्यक्ति इसे अपनी सुविधा अनुसा ...
देवताओं के डॉक्टर और औषधियों के जनक भगवान धन्वंतरी की जयंती और यमराज की पूजा के अलावा भी धनतेरस की एक कथा प्रचलित है। इसका सीधा संबंध महान दैत्यराज बलि और भगवान विष्णु के वामन अवतार से है। ...