हिन्दू धर्म में दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस का त्यौहार मनाया जाता है। इसे भगवान धन्वन्तरि के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व हिन्दू कैलेंडर के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ता है। हिन्दू धर्म के अलावा जैन धर्म के लोग इस पर्व को 'ध्यान तेरस' के रूप में मनाते हैं। कहते हैं कि इस दिन भगवान महावीर तीसरे और चौथे ध्यान में जाने के लिए योग निरोध के लिए चले गए थे। इस दिन को भगवान कुबेर और धन की देवी मां लक्ष्मी की अराधना से भी जोड़ा जाता है। इनकी पूजा कर धनवान बनाने के लिए प्रार्थना की जाती है। Read More
दीपावली के अवसर पर माता के अष्टलक्ष्मी रूपों की आराधना करने से कल्याण होगा। अष्टलक्ष्मी में आदिलक्ष्मी, धनलक्ष्मी, धान्यलक्ष्मी, भाग्यलक्ष्मी, राजलक्ष्मी, संतानलक्ष्मी, वीरलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी और विद्यालक्ष्मी रूप आते हैं। ...
दिवाली के दौरान 5 दिन का अनुष्ठान करें धनतेरस से लेकर 5 दिन तक तिल के तेल का दिया जरूर जलाएं नरक चतुर्दशी के दिन 14 दिए जलाना शुभ होता है दीपावली के दिन अपने पितरो का पूजन अवश्य करें अमावस्या के दिन पितरों को भोग लगाये, ऐसा करने से असीम फल की प्राप्त ...
Govatsa Dwadashi: सनातन धर्म में गोवत्स द्वादशी का काफी महत्व है। इस दिन व्रत रखने और गौ माता की विधि पूर्वक पूजा-आराधना करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। ...
धनतेरस का दिन निवेशकों के लिए बेहद खास माना जाता है। इस साल दिवाली के दिन 27 अक्टूबर को बंबई शेयर बाजार (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में एक घंटे का विशेष मुहूर्त कारोबार होगा। ...
सब मिलाकर पांच त्योहार एक पंक्ति में आते हैं या कहिए कि पांच दिन तक दिवाली चलती है। इनमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज यानी यम द्वितीया जैसी विशेष तिथियां शामिल हैं। ...
दिवाली का पर्व पूरे भारत में धूम धाम से मनाया जाता है. दिवाली के पर्व की शुरुआत धतेरस से होती है. दिवाली के साथ साथ धनतेरस , नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज का त्यौहार भी मनाया जात है. इस साल दिवाली 27 अक्टूबर को है. दिवाली के दिन लक् ...