हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि यानी दिवाली से ठीक 6 दिन बाद छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। हर साल अक्टूबर से नवंबर महीने के बीच यह पर्व पड़ता है। छठ पूजा को मुख्य रूप से बिहार के लोग ही मनाते हैं। बिहार के बाद पड़ोसी देश नेपाल में भी यह पर्व बड़े आयोजन के साथ मनाया जाता है। धीरे धीरे इस पर्व की प्रसिद्धि के साथ यह पर्व उत्तर भारत के कई राज्यों में मनाया जा रहा है। छठ पूजा में सूर्य देव, छठ मैया और पवित्र नदियों का विशेष महत्व होता है। Read More
Chhath Puja 2024 Day 2: आवश्यक खरना पूजा अनुष्ठान और प्रमुख परंपराओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए, छठ पूजा 2024 दिन 2 के बारे में जानें। जानिए इस शुभ उत्सव में 36 घंटे के निर्जला उपवास का महत्व। ...
Chhath Puja 2024 Second Day Kharna: छठ पूजा के दूसरे दिन को "खरना" कहा जाता है, और इसका छठ महापर्व में विशेष महत्व है। खरना व्रतियों (छठ व्रत करने वाले) के लिए शुद्धता, तपस्या और श्रद्धा का प्रतीक है। खरना के दिन व्रती पूरे दिन उपवास रखकर शाम को सूर् ...
Chhath Puja 2024 Day 1 Nahay Khay: छठ पूजा का पहला दिन, जिसे "नहाय-खाय" कहते हैं, इस पर्व का महत्वपूर्ण आरंभिक चरण होता है। इस दिन व्रती (छठ व्रत रखने वाले व्यक्ति) अपनी शुद्धि और पवित्रता का ध्यान रखते हुए व्रत का संकल्प लेते हैं। यह दिन शुद्धता, पव ...
राज्य के भागलपुर जिले में छठ पूजा के पहले दिन बड़ा हादसा हो गया। यहां बड़ी मोहनपुर घाट पर छठ पूजा की तैयारियों के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित कुल छह लोग गंगा नदी में डूब गए। यह घटना स्थानीय लोगों में शोक की लहर दौड़ा ...
Chhath Puja 2024: छठ पूजा करने वाले श्रद्धालु यमुना में प्रार्थना कर रहे हैं, जबकि नदी की सतह पर जहरीले झाग की परत तैर रही है। चार दिवसीय छठ पर्व आज 'नहाय खाए' के साथ शुरू हो गया है ...