हिंदू मान्यताओं में साल में चार नवरात्रि मनाए जाते हैं। इसमें चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि का बेहद महत्व है। इसके अलावा दो और नवरात्रि भी आते हैं जिन्हें गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। ये गुप्त नवरात्रि माघ महीने के शुक्ल पक्ष और आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ते हैं। Read More
महाष्टमी (29 मार्च) और महानवमी (30 मार्च) के दिन कन्या पूजन का विधान है। कन्या पूजा में नौ कन्याएं मां दुर्गा के नौ रूपों का प्रतीक हैं, जबकि कंजक भैरों का प्रतीक माना जाता है। ...
चैत्र नवरात्रि की षष्ठी तिथि पर माँ दुर्गा के छठे रूप माता कात्यायनी की पूजा का विधान है। शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए माँ के इस रूप को पूजा जाता है। ...
मान्यता है कि माँ कूष्मांडा की पूजा करने से भक्तों के समस्त प्रकार के रोग-दोष मिट जाते हैं। इनकी आराधना से भक्तों की आयु, यश, बल आरोग्य, संतान सुख की वृद्धि होती है। ...
Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन पूरे विधि-विधान से माँ की आराधना की जाती है। जानिए माँ चंद्रघंटा की पूजा पूजा वधि, मंत्र और आरती ...