आर्टिकल 370 के प्रावधान के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाते हैं। इसके अनुसार भारतीय संसद द्वारा पारित कोई भी प्रस्ताव, नियम या नीति में बदलाव जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं होता। जम्मू कश्मीर राज्य का अपना संविधान और झंडा है। देश में घोषित आपातकाल या आर्थिक आपातकाल कश्मीर में लागू नहीं होता। भारत की संसद जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग नहीं कर सकती। अनुसूचित जाति और अनिसूचित जनजाति सम्बंधी नियम जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होते। Read More
Ghulam Nabi Azad on Article 370।Article 370 की वापसी के लिए गुलाम नबी आजाद ने की भविष्यवाणी। Kashmir । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 300 सीटें मिलेंगी क्योंकि अभी हाला ...
जम्मू-कश्मीर में इन दिनों राजनितिक माहोल काफी गरमाया हुआ । 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी। इस दौरान पूर्ण राज्य का दर्जा, चुनाव और विकास समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई. हालांकि जम्मू-कश्मीर की पूर्व ...
अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह एक बार फिर बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। दिग्विजय सिंह ने क्लब हाउस पर चैट के दौरान कथित तौर पर कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को फि ...
संसद के बजट सत्र में लोकसभा की कार्यवाही के दौरान गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस पर जमकर बरसे। जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान उन्होंने कहा वहां के हालात को हमें समझना होगा। ...
भारत ने कश्मीर पर तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन के कश्मीर पर दिए बयान पर नाराज़गी जाहिर और साथ ही सलाह भी दी. तुर्की को भारत ने सुझाव दिया है कि वो भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ...
सशस्त्र सीमा बल यानी एसएसबी में वेतन संकट को लेकर सामने आए एक सरकुलर से हड़कंप मच गया है। इस सरकुलर में कहा गया है कि पर्याप्त फंड नहीं होने की वजह से जनवरी और फरवरी का वेतन देने में समस्या हो सकती है। सरकुलर में यह भी कहा गया है कि सभी तरह के भत्तों ...
यूरोपीय संघ के 23 सांसदों के जम्मू-कश्मीर दौरे की पीछे किसका हाथ था…यूरोपिय नयूनियन के सांसदों का दौरा कराने के पीछे जो चेहरा बार बार चर्चा में आ रहा वो है मैडी शर्मा का. कौन है मैडी शर्मा . यूरोपियन यूनियन के सांसदों इकठ्ठा करके हिंंदुस्तान लाने और ...
भारत में लाखों नौजवानों का सपना होता आईएएस अफसर बनना..जिसके लिए वो अपने जीवन के कई साल किताबों के इर्द गिर्द गुज़ार देते हैं..सब कुछ भूल कर..तब जाकर कुछ हजार लोगों को हर साल ये नौकरी मिलती है..आईएएस बनने के बाद कुछ के पास कोई विभाग संभालने का जिम्मा ...