राफेल नडाल का लाल बजरी पर जलवा, रिकॉर्ड 12वें फ्रेंच ओपन खिताब पर किया कब्जा
By भाषा | Published: June 9, 2019 10:10 PM2019-06-09T22:10:47+5:302019-06-09T22:54:35+5:30
33 साल का यह खिलाड़ी इस तरह एक ही ग्रैंडस्लैम 12 बार जीतने वाला पहला खिलाड़ी (पुरुष या महिला वर्ग) बन गया है। उन्होंने 2018 फाइनल के दोहराव वाले मुकाबले में थिएम को पराजित किया।
स्पेन के स्टार राफेल नडाल ने रविवार को पुरुष फाइनल में आस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम पर 6-3, 5-7, 6-1, 6-1 की जीत से ऐतिहासिक 12वां रोलां गैरां खिताब और 18वीं ग्रैंडस्लैम ट्रॉफी अपने नाम की।
33 साल का यह खिलाड़ी इस तरह एक ही ग्रैंडस्लैम 12 बार जीतने वाला पहला खिलाड़ी (पुरुष या महिला वर्ग) बन गया है। उन्होंने 2018 फाइनल के दोहराव वाले मुकाबले में थिएम को पराजित किया।
23 wins in a row at Roland-Garros…@RafaelNadal wins his 12th title in Paris 6-3 5-7 6-1 6-1 over Dominic Thiem.
— Roland-Garros (@rolandgarros) June 9, 2019
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नडाल इस तरह रोजर फेडरर के सर्वकालिक 20 मेजर खिताब के रिकॉर्ड से महज दो ट्राफी पीछे हैं और नोवाक जोकोविच से तीन खिताब आगे हैं, जिनकी चुनौती सेमीफाइनल में थिएम ने ही समाप्त की थी।
दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी नडाल ने पेरिस में अपना रिकॉर्ड 93 जीत का कर लिया है और उन्हें महज दो मैच में हार मिली है। वह इससे पहले 2005, 2008, 2010 से लेकर 2014, 2017 और 2018 में चैम्पियन बने थे। रविवार को मिली इस जीत से ‘बिग थ्री’ के ग्रैंडस्लैम में दबदबे की भी पुष्टि हो गयी जिन्होंने पिछले 10 खिताब आपस में जीते हैं। यह नडाल का 82वां कैरियर खिताब भी है और यह उनकी 950वें मैच में जीत भी है।
पहला सेट 53 मिनट तक चला, जिसमें काफी तेज तरार्र शॉट शामिल थे और थिएम ने पहले सर्विस तोड़कर 3-2 की बढ़त हासिल की। लेकिन 25 साल के इस खिलाड़ी की खुशी थोड़ी देर तक ही टिक सकी क्योंकि नडाल ने छठे गेम में सर्विस ब्रेक की और अगले तीन गेम हासिल कर इसे जीत लिया।
क्ले कोर्ट पर नडाल को चार बार हराने वाले थिएम ने दूसरे सेट में लंबी रैली में शानदार बैकहैंड से 5-4 की बढ़त बनायी हुई थी जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने अपनी सर्विस गेम पर पकड़ बनाये रखी थी, लेकिन नडाल की जरा सी गलती थिएम के लिये फायदेमंद रही।
नडाल का फोरहैंड शॉट वाइड रह गया, जिससे थिएम को 12वें गेम में दो सेट प्वाइंट मिले और इस चौथे वरीय खिलाड़ी ने इस तरह 1-1 की बराबरी हासिल कर ली। थिएम 1995 में पेरिस में खिताब जीतने वाले थॉमस मस्टर के बाद ऑस्ट्रिया का दूसरा ग्रैंडस्लैम चैम्पियन बनने की कोशिश में जुटे थे, लेकिन इसके बाद उनकी उम्मीदों को नडाल ने करारा झटका दिया।
दूसरे सेट को गंवाने से नडाल काफी आक्रामक हो गये। उन्होंने तीसरे सेट में पहले 10 प्वाइंट बनाकर 3-0 की बढ़त बनायी और फिर तीन ब्रेक प्वाइंट हासिल कर इसे 6-1 से अपने नाम कर लिया। थिएम लगातार चार दिन तक खेलकर रविवार के इस फाइनल तक पहुंचे थे और इस थकान का असर धीरे धीरे दिख भी रहा था क्योंकि उन्होंने चौथे सेट के पहले और तीसरे गेम में ब्रेक प्वाइंट का मौका बर्बाद कर दिया, जिन्हें हासिल कर नडाल 3-0 से आगे हो लिये। इसके बाद जल्द ही नडाल ने इसे 5-1 कर लिया और दबदबा कायम रखते हुए दूसरे मैच प्वाइंट पर खिताब हासिल किया।