Pune Challenger: 2 दिन पूर्व हुआ पिता का निधन, आज भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे प्रजनेश गुणेश्वरन
By भाषा | Published: November 11, 2019 07:16 AM2019-11-11T07:16:56+5:302019-11-11T07:16:56+5:30
पिछले साल एटीपी चैलेंजर सर्किट में किये गये आमूलचूल बदलाव के बाद ड्रॉ में खिलाड़ियों की संख्या बढ़ गयी है जिससे 19 भारतीय एकल मुख्य ड्रॉ में खेल रहे हैं।
शोकाकुल प्रजनेश गुणेश्वरन फॉर्म में चल रहे सुमित नागल के साथ सोमवार से शुरू होने वाले केपीआईटी-एमएसएलटीए टेनिस चैलेंजर में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे, जिसमें मेजबान देश के 21 एकल खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। भारत इस सत्र में चेन्नई ओपन के बाद दूसरे एटीपी चैलेंजर की मेजबानी कर रहा है और इस हार्डकोर्ट टूर्नामेंट की इनामी राशि 54,160 डॉलर है।
पिछले साल एटीपी चैलेंजर सर्किट में किये गये आमूलचूल बदलाव के बाद ड्रॉ में खिलाड़ियों की संख्या बढ़ गयी है जिससे 19 भारतीय एकल मुख्य ड्रॉ में खेल रहे हैं, जबकि दो और क्वालीफाइंग से शामिल हो जायेंगे। बीस से ज्यादा खिलाड़ियों का एकल मुख्य ड्रॉ में होना भी किसी भी मेजबान देश के लिये रिकार्ड है। विश्व रैंकिंग में 94 नंबर पर काबिज प्रजनेश के पिता का शनिवार को निधन हो गया था, लेकिन इस खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में खेलने का फैसला किया है।
प्रजनेश इसमें शीर्ष वरीय होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मैं खेल रहा हूं। मेरे पिता मुझे खेलते हुए देखना चाहेंगे। मैं उनकी इच्छा का सम्मान करूंगा। यह सत्र का अंतिम टूर्नामेंट है और मैं इसका समापन करूंगा।’’ मौजूदा सत्र में वह अभी तक खिताब नहीं जीत सके हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ नतीजा एनिंग में उप विजेता बनना रहा था। वह चोटिल होने के कारण वर्ष के कई टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाये थे लेकिन उनके पिता उन्हें प्रेरित करते रहे और वह सफल भी रहे जिससे वह खुद को भारत का नंबर एक खिलाड़ी बनाने में कामयाब रहे।
युवा नागल से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी जो इस सत्र में शानदार फॉर्म में हैं। 129 रैंकिंग के नागल को क्वार्टरफाइनल में एक और शीर्ष भारतीय रामकुमार रामनाथन से भिड़ना पड़ सकता है। दोनों को पहले दौर में बाई मिली है और दोनों भारतीयों को क्वार्टरफाइनल से पहले दो मैच खेलने हैं।
शशि कुमार मुंकुद भी काफी अच्छी फॉर्म हैं लेकिन उनके लिये 2019 इतना शानदार नहीं रहा है क्योंकि उन्होंने अगस्त में बाओटाओ में ही महज एक फाइनल में जगह बनायी है। वह भी भारत के लिये अच्छी संभावना है और उनके पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में भारत की डेविस कप टीम में जगह बनाने की उम्मीद है।
साकेत मायनेनी भी एक अन्य भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्हें वरीयता मिली है और उन्हें बाई मिली है। उनके और मुंकुद के प्री क्वार्टरफाइनल में भिड़ने की उम्मीद है। स्थानीय खिलाड़ी अर्जुन काधे और 2018 राष्ट्रीय चैम्पियन सिद्धार्थ विश्वकर्मा के पास भी अच्छा प्रदर्शन करने का मौका है।