KBC 11: बिहार के जेल अधीक्षक अजीत कुमार बने केबीसी के चौथे करोड़पति, इस सवाल का जवाब देते समय हो गए थे नर्वस
By ज्ञानेश चौहान | Published: November 13, 2019 02:09 PM2019-11-13T14:09:09+5:302019-11-13T14:11:35+5:30
केबीसी सीजन 11 में बिहार के सनोज राज सनोज राज, महाराष्ट्र की मिड-डे मील कुक बबिता ताड़े और बिहार के गौतम कुमार झा के बाद अब बिहार के जेल सुपरिटेंडेंट अजीत कुमार का नाम करोड़पति की लिस्ट में जुड़ गया है।
'कौन बनेगा करोड़पति' सीजन 11 को अपना चौथा करोड़पति मिल गया है. बिहार के सनोज राज सनोज राज, महाराष्ट्र की मिड-डे मील कुक बबिता ताड़े और बिहार के गौतम कुमार झा के बाद अब करोड़पति की लिस्ट में बिहार के जेल (अधीक्षक) सुपरिटेंडेंट अजीत कुमार का नाम जुड़ गया है. अजीत कुमार ने पूरा गेम बहुत शानदार तरीके से खेला, लेकिन एक करोड़ के सवाल का जवाब देते वक़्त काफी नर्वस हो गए थे. क्या था वो एक करोड़ का सवाल आपको बताते है...
अमिताभ बच्चन ने अजीत कुमार से सवाल किया...
किसी ब्रिटिश रॉकेट द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया पहला ब्रिटिश उपग्रह कौनसा था?
ऑप्शन थे- A. एरियल 1, B. प्रॉस्पेरो, C. मिरांडा, D. ज़िरकॉन
इस सवाल का जवाब देने में अजीत कंफ्यूज हो गए थे और उन्होंने अपनी आखरी लाइफलाइन 50-50 इस्तेमाल की. इसके बाद दो गलत जवाब मिट गए और ऑप्शन में B. प्रॉस्पेरो, C. मिरांडा अजीत के सामने रह गए. इसका सही जवाब B. प्रॉस्पेरो देकर अजीत KBC 11 के चौथे करोड़पति बन गए। लेकिन जब अजीत से 7 करोड़ का सवाल पूछा गया तो इस सवाल का जवाब उन्हें बिल्कुल भी पता नहीं था। उन्हें इसका जवाब देने में बिल्कुल कॉन्फिडेंस नहीं था। इस वजह से उन्होंने फाइनली गेम को क्विट करने का फैसला लिया।
केबीसी में पूछा गया 7 करोड़ का सवाल ये था...
एक ही दिन में दो अलग-अलग टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में दो अर्धशतक बनाने वाले पहले क्रिकेटर कौन हैं?
ऑप्शन्स थे - A. नवरोज मंगल, B. मोहम्मद हफीज, C. मोहम्मद शहजाद, D. शाकिब अल हसन
इस सवाल का सही जवाब था- C. मोहम्मद शहजाद
इस सवाल का जवाब देने में अजीत नाकाम रहे और अपने घर एक करोड़ की धनराशि जीतकर गए. शो के होस्ट अमिताभ बच्चन अजीत के नॉलेज और आत्मविश्वास से काफी इम्प्रेस हुए. बिहार के जेल सुपरिटेंडेंट अजीत कुमार ने बताया की उन्होंने अपराधियों पर पढ़ाई की है और उनका कहना है कि ज्यादातर अपराधी अपनी स्थितियों की वजह से अपराध करते हैं. अजीत कुमार ने आगे बताया की उन्हें पहले दिन से यही ट्रेनिंग दी जाती है की पाप से नफरत करो पापी से नहीं।