‘टिकटॉक’ के खिलाफ अमेरिका ने शुरू की जांच, डेटा इकट्ठा करने को लेकर उठा था सवाल
By भाषा | Published: November 2, 2019 11:37 AM2019-11-02T11:37:58+5:302019-11-02T11:37:58+5:30
टिकटॉक के अमेरिका में 2.65 करोड़ मंथली यूजर्स हैं, जिनमें से 60 फीसदी की उम्र 16 से 24 वर्ष के बीच में है। ‘टिकटॉक’ के मालिक ‘बाइट डांस’ ने 2017 में ‘म्यूजिकली’ खरीद उसका ‘टिकटॉक’ में विलय कर दिया था।
अमेरिकी सरकार ने चीन की वीडियो एप ‘टिकटॉक’ के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा जांच शुरू की है। कई खबरों में इसका दावा किया गया है। समाचार एजेंसी ‘रायटर्स’, समाचार पत्र ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ और अन्य की खबरों के अनुसार अमेरिका में विदेशी निवेश पर अंतर-एजेंसी समिति (सीएफआईयूएस) ने एक जांच शुरू की है।
कई सांसदों ने ‘टिकटॉक’ की सेंसरशिप और उसके डाटा एकत्र करने पर सवाल उठाए थे। वित्त विभाग ने कहा कि वह विशिष्ट मामले पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा। सीएफआईयूएस वित्त विभाग के अधीन ही काम करता है। इस बीच, ‘टिकटॉक’ ने कहा कि वह जारी नियामक प्रक्रियाओं पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता लेकिन अमेरिकी लोगों और उसके नियामकों का विश्वास हासिल करना उसकी प्राथमिकता है।
यह जांच पिछले सप्ताह अमेरिकी सीनेट में अल्पसंख्यक नेता चक शूमर और सीनेटर टॉम कॉटन की तरफ से चीनी कंपनी पर राजनीतिक संवेदनशीलता वाले कंटेंट को सेंसर करने और अपने यूजर्स का निजी डाटा स्टोर करने का आरोप लगाए जाने के बाद शुरू की गई है।
शूमर और कॉटन ने डायरेक्टर (नेशनल इंटेलीजेंस) जोसेफ मैक्गुएर को पत्र लिखकर अकेले अमेरिका में 11 करोड़ से ज्यादा बार मोबाइल में डाउनलोड हो चुके टिकटॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताया था। टिकटॉक के अमेरिका में 2.65 करोड़ मंथली यूजर्स हैं, जिनमें से 60 फीसदी की उम्र 16 से 24 वर्ष के बीच में है। ‘टिकटॉक’ के मालिक ‘बाइट डांस’ ने 2017 में ‘म्यूजिकली’ खरीद उसका ‘टिकटॉक’ में विलय कर दिया था।
कुछ महीनों पहले भारत में भी टिक-टॉक पर बैन लग गया था। बैन लगने पर इस एप को गूगल प्ले स्टोर से भी हटा लिया गया था। हालांकि बाद में इसपर लगे बैन को हटा लिया गया। इस एप पर पॉर्नोग्राफी को बढ़ावा देने और सुरक्षा कारणों से बैन लगाया गया था।