दोबारा आ गया मित्रों एप, गूगल ने प्ले स्टोर से कर दिया था डिलीट, बताया जा रहा था 'देशी' टिकटॉक
By रजनीश | Published: June 5, 2020 08:32 PM2020-06-05T20:32:56+5:302020-06-05T20:32:56+5:30
कुछ दिनों पहले आपने मित्रों एक का काफी नाम सुना होगा। इसे चाइनीज एप टिकटॉक का 'देशी' वर्जन बताया जा रहा था। बाद में इस एप को यह डेटा चुराने वाला बताया जाने लगा..
टिकटॉक वर्सेज यूट्यूब की बीच छिड़ी वर्चुअल लड़ाई में एक मित्रों नाम का एप काफी ज्यादा चर्चित हुआ। इस एप को टिकटॉक का 'देशी' वर्जन कहकर प्रचारित किया जा रहा था और टिकटॉक को डिलीट करने का अभियान शुरू था। महीने भर के भीतर ही मित्रों एप को 50 लाख लोगों ने डाउनलोड किया। बाद में गूगल ने कंटेंट पॉलिसी नियमों का उल्लंघन बताते हुए इसे प्ले स्टोर से हटा दिया।
अब एक बार फिर मित्रों एप प्ले-स्टोर पर वापस आ गया है। ध्यान देने वाली बात यह भी है कि जिस समय इस एप को प्ले-स्टोर से हटाया गया था उस वक्त एप की कोई प्राइवेसी पॉलिसी भी नहीं थी लेकिन अब प्राइवेसी पॉलिसी को भी अपडेट कर दिया गया है।
पहले इसे भारत के ही रुड़की आईआईटी के एक छात्रा द्वारा बनाया हुआ एप कहकर प्रचारित किया। उसके कुछ ही दिनों में खबर आती है कि यह एप पाकिस्तान से खरीदा गया है। इशके सोर्स कोड को पाकिस्तान की एक सॉफ्टवेयर फर्म से खरीदा गया है। अब प्ले-स्टोर पर जब यह एप दोबारा आ गया है तो उसके मुताबिक मित्रों एप बेंगलुरू का है।
मित्रों एप के बारे में कई मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि इसे एक पाकिस्तानी डेवलपर्स से करीब 2,500 रुपये में खरीदा गया है और कहा गया कि इस एप को पाकिस्तान की ही Qboxus कंपनी ने तैयार किया था।
टीओआई ने अपने गैजेट नाउ के एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए लिखा है कि क्यूबॉक्स पाकिस्तान के इरफान शेख की कंपनी है जिसने गैजेट नाउ को बताया था कि मित्रों एप उनके टिकटिक एप का सिर्फ नया नाम है। शेख ने इंटरव्यू में बताया कि उनसे टिकटिक एप के सोर्स कोड को 277 ग्राहकों ने खरीदा जिसमें एक मित्रों एप को डेवलप करने वाले भी हैं।