जस्ट डायल से टाटा ग्रुप की बड़ी डील की तैयारी, ई कॉमर्स मार्केट में उतरना चाहती है टाटा डिजिटल, जानें मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: March 8, 2021 09:10 PM2021-03-08T21:10:18+5:302021-03-08T21:12:29+5:30
एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने खुले बाजार में लेनदेन के माध्यम से स्थानीय खोज इंजन ‘जस्ट डायल’ में अपनी 2.73 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 108 करोड़ रुपये में बेच दी है.
मुंबईः टाटा डिजिटल ई-कॉमर्स मार्केट को लेकर जस्ट डायल के साथ साझेदारी की संभावनाएं तलाश रही है. दोनों कंपनियों के बीच शुरुआती दौर की बातचीत जारी है.
टाटा डिजिटल के जरिए टाटा ग्रुप ई-कॉमर्स मार्केट में एंट्री करना चाहता है. टाटा ग्रुप के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि टाटा डिजिटल और जस्ट डायल के बीच बातचीत हुई है लेकिन फाइनल होने के बारे में अभी कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगी.
टाटा संस की विलय व अधिग्रहण टीम उन संभावित साझेदारियों की एक लिस्ट बना रही है, जो टाटा डिजिटल को ऑनलाइन कंज्यूमर मार्केट में उतरने के लिए जरूरी पहुंच और बड़ा स्केल उपलब्ध करा सके. टाटा संस और जस्ट डायल की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है.
टाटा डिजिटल जल्द से जल्द अपना सुपर एप्प लेकर आना चाहती है. इसलिए वह कई पार्टनर्स के साथ बातचीत कर रही है. सुपर ऐप में कई सिर्वस और प्रोडक्ट एक ही जगह पर उपलब्ध होंगे. जस्ट डायल ने 1996 में फोन बेस्ड सर्विस के तौर पर शुरुआत की थी. आज इसके प्लेटफॉर्म पर लोकल सर्विसेज लिस्ट हैं.
जस्ट डायल 2013 में शेयर मार्केट पर लिस्ट हुई और आज इसका मार्केट कैप 5,419.98 करोड़ रु पए है. कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है और यह मुनाफा दर्ज कर रही है. कई क्षेत्रों में सेवाएं दे रही डिजिटल टाटा डिजिटल कई सर्विसेज में वर्टिकल्स क्रिएट कर रही है.
जैसे- ग्रॉसरी, फार्मेसी, डेयरी, लाइफस्टाइल, एजुकेशन, मेडिकल कंसल्टेशन, ब्यूटी, लॉजिस्टिक्स, इंश्योरेंस व पेमेंट विकल्प, कंज्यूमर फाइनेंस. सूत्रों के मुताबिक, टाटा क्लिक, टाटा हेल्थ ऐप, टाटा क्लास ऐज, टाटा क्यू जैसे प्लेटफॉर्म्स को टाटा डिजिटल में इंटीग्रेट किया जा रहा है. सुपर एप्प के जरिए टाटा ग्रुप इन सभी कंज्यूमर बिजनेसेज को एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराना चाहता है.