TrueCaller जैसे ऐप्स चुरा रहे हैं यूजर्स का पर्सनल डेटा, प्राइवेसी को बड़ा खतरा
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: August 12, 2019 12:09 PM2019-08-12T12:09:48+5:302019-08-12T12:09:48+5:30
ये ऐप्स यूजर्स की प्राइवेसी के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। इतना ही नहीं, ये ऐप्स थर्ड पार्टी कंपनियों को आपके डेटा को बेचती भी है। इस बात की जानकारी NCC ग्रुप नाम की साइबर सिक्योरिटी फर्म ने दी।
आपके स्मार्टफोन में आने वाले प्रमोशनल और टेलिमार्केटिंग कॉल्स से निजात पाने के लिए TrueCaller या TrapCall जैसे ऐप्स इस्तेमाल किया जाता है। अब आई खबर के मुताबिक रोबोकॉल्स को ब्लॉक करने वाले ऐसे ऐप यूजर्स को प्रमोशनल कॉल्स से छुटकारा दिलाने के साथ ही आपके डेटा को भी चुरा रहे हैं। सामने आई रिपोर्ट के बाद इन ऐप्स पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या ये ऐप्स भरोसेमंद है?
ऐसे में ये ऐप्स यूजर्स की प्राइवेसी के लिए खतरा साबित हो सकते हैं। इतना ही नहीं, ये ऐप्स थर्ड पार्टी कंपनियों को आपके डेटा को बेचती भी है। इस बात की जानकारी NCC ग्रुप नाम की साइबर सिक्योरिटी फर्म ने दी। फर्म के सीनियर सिक्योरिटी कंसल्टेंट डैन ने कुछ पॉपुलर रोबोकॉल ब्लॉकिंग ऐप्स का एनालिसिस किया है।
इन ऐप्स में TrapCall, TrueCaller और Hiya जैसे ऐप्स शामिल है। डैन ने पाया कि ये ऐप्स बुरी तरह प्राइवेसी का उल्लंघन कर रहे हैं। रोबोकॉल्स यूजर्स को लिए परेशानी बनती जा रही हैं और कई यूजर्स को 10 से 12 रोबोकॉल्स तक एक दिन में आ रहे हैं। ये कॉल्स किसी प्रॉडक्ट से जुड़ी होने से लेकर झूठे टेक सपॉर्ट तक हो सकते हैं और कई बार तो बेवजह IRS (जुर्माना) भरने को कहते हैं। इनका मकसद यूजर्स का ध्यान खींचना और उनतक अपना मेसेज पहुंचाना होता है।
थर्ड पार्टी को बेचता है यूजर्स का डेटा
कई रोबोकॉल्स तो यूजर्स को कॉल करने के लिए लोकल नंबर का इस्तेमाल करते हैं। कई सेल्यूलर नेटवर्क जहां ऐसे कॉल्स कम करने और ब्लॉक करने पर काम कर रहे हैं। वहीं, स्मार्टफोन यूजर्स थर्ड पार्टी ऐप्स की मदद इसके लिए ले रहे हैं।
इसके लिए TrapCall ऐप यूजर्स के परमिशन के बिना उनका नंबर थर्ड पार्टी एनालिटिक्स फर्म AppsFlyer को भेज देता है। इस बात का जिक्र न तो ऐप में कहीं है और न ही इसकी प्रिवेसी पॉलिसी में।
ऐप्स ने कहा- डेटा पर्सनल नहीं
डैन ने बताया कि उनकी ओर से भेजे गए ईमेल का किसी भी ऐप ने जवाब नहीं दिया। हालांकि, बाद में ऐपल से कॉन्टैक्ट करने के बाद TrapCall ने अपनी प्रिवेसी पॉलिसी अपडेट की। TrueCaller के स्पोक्सपर्सन मनन शाह ने कन्फर्म किया कि ऐप ओपन होते ही डेटा भेजने लगता था, लेकिन इसे अब फिक्स कर दिया गया है। वहीं, Hiya ने कहा कि ऐप डिवाइस से जुड़ा कुछ डेटा थर्ड पार्टी सर्विसेज को जरूर भेजता है लेकिन इसमें यूजर्स को पर्सनल डेटा शामिल नहीं है। सभी ऐप्स ने अपनी प्रिवेसी पॉलिसी में बदलाव व गाइडलाइन्स फॉलो करने की बात कही।