जुकरबर्ग के वादे के बाद भी Facebook के 5 करोड़ यूजर्स का डेटा चोरी, हो जाएं सतर्क, इस पॉपुलर फीचर की वजह से हुआ ऐसा
By जोयिता भट्टाचार्या | Published: September 29, 2018 02:08 PM2018-09-29T14:08:29+5:302018-09-29T14:08:29+5:30
Facebook ने शुक्रवार को अपने वेबसाइट और ऐप पर हुए सुरक्षा संबंधी परेशानी का खुलासा किया है। कंपनी ने कहा है कि इस परेशानी के चलते करीब 5 करोड़ (50 मिलियन) फेसबुक यूजर्स प्रभावित हुए हैं।
नई दिल्ली, 29 सितंबर: दिग्गज सोशल नेटवर्किंग साइट Facebook अपने यूजर्स की डेटा सुरक्षा को लेकर लगातार सवालों के घेरे में बना हुआ है। कैम्ब्रिज एनालिटिका डेटा मामले को अभी 6 महीने भी नहीं हुए और फेसबुक यूजर्स का डेटा एक बार फिर से खतरे में आ गया। जबकि जकरबर्ग ने अमेरिकी संसद में यह भरोसा दिलाया था कि वो यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखेंगे।
फेसबुक ने शुक्रवार को अपने वेबसाइट और ऐप पर हुए सुरक्षा संबंधी परेशानी का खुलासा किया है। कंपनी ने कहा है कि इस परेशानी के चलते करीब 5 करोड़ (50 मिलियन) फेसबुक यूजर्स प्रभावित हुए हैं। हैकर्स ने फेसबुक यूजर्स अकाउंट्स की सुरक्षा में सेंध लगा दी है।
दुनिया के इस बड़े सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म ने यह स्वीकार किया है कि इस सप्ताह हमें पता चला है कि हैकर्स ने ‘एक्सेस टोकंस’ चुरा लिए है जिससे ये अकाउंट प्रभावित हुए। इसके बाद कंपनी ने अपने प्लैटफॉर्म से इस बड़े फीचर को रिमूव कर दिया है। फेसबुक ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि कुछ सुरक्षा खामियों के चलते 5 करोड़ यूजर्स के डेटा की चोरी का पता चला है।
कैसे चोरी हुआ यूजर्स को डेटा
कंपनी के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के वाइस प्रेसीडेंट गाइ रोजन ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, 'हमारी इंजिनियरिंग टीम फेसबुक के 'View As' फीचर में एक खामी पाई है। बता दें कि इस फीचर के तहत आप यह देख सकते हैं कि आपकी प्रोफाइल दूसरे की आईडी के जरिए देखने पर कैसी दिखाई देती है।'
कंपनी ने जानकारी दी कि हैकर्स ने इस 'View As' फीचर के जरिए Facebook ऐक्सेस टोकन चुरा लिया है। ये टोकन यूजर्स को ऐप में लॉगइन बने रहने के लिए मदद करता है ताकि यूजर्स को हर बार लॉगइन होने के लिए पासवर्ड का इस्तेमाल न करना पड़े। हैकर्स इस टोकन का इस्तेमाल कर कुछ हद तक दूसरों के अकाउंट को हैक करने में भी कामयाब हो गए हैं। इससे अब तक 5 करोड़ फेसबुक यूजर प्रभावित हो चुके हैं।
यूजर्स के डेटा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए Facebook ने इस फीचर को फिलहाल के लिए रिमूव कर दिया है। कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, 'हमने इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। हालांकि अभी यह पता लगाना बाकी है कि खातों का दुरुपयोग कर जानकारी चुराई गई है या नहीं।'