ट्विटर ब्लू टिक के लिए अब नहीं देने होंगे पैसे, एलन मस्क ने शुल्क पर फिलहाल लगाई रोक, जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: November 12, 2022 03:58 PM2022-11-12T15:58:33+5:302022-11-12T16:54:20+5:30
बताया जा रहा है कि जब से ट्विटर पर ब्लू टिक की सब्सक्रिप्शन की सेवा शुरू की गई थी तब से फर्जी खातों में बढ़ोतरी देखी गई है। ऐसे में इसे ध्यान में रखते हुए इस पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी गई है।
वाशिंटन:ट्विटर (Twitter) ने फिलहाल के लिए ब्लू टिक सब्सक्राइबर सेवा (blue tick) पर रोक लगा दी है। ऐसे में बिना फीस दिए हुए अब पहले की तरह की तरह ब्लू टिक को इस्तेमाल किया जा सकता है। कंपनी ने यह फैसला बढ़ते हुए फर्जी खातें के कार लिया है।
आपको बता दें कि एलन मस्क के ट्विटर के मालिक बनने से पहले ब्लू टिक की सेवा केवल कुछ ही लोगों को मिलती थी। लेकिन जब मस्क ट्विटर के नए मालिक बने तब वे इस सेवा पर फीस लगाकर किसी को भी इस सेवा को इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी थी।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, जब से एलन मस्क ने ब्लू टिक सब्सक्राइबर सेवा शुरू की थी तब से फर्जी खातों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। नए नियम के अनुसार, अब हर कोई ब्लू टिक की सेवा को इस्तेमाल कर सकता है और ऐसे में इसके लिए हर महीने उस यूजर को बतौर फीस आठ डॉलर देना होगा।
ऐसे में लोग अब इस सेवा को इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा कर रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां एक अमेरिकी यूजर ने इस सेवा का इस्तेमाल कर एक दवा कंपनी एली लिली एंड कंपनी के नाम का ब्लू टिक वाला ट्विटर हैंडल ले लिया और उसके नाम से फर्जी ट्वीट किया गया है।
दवा कंपनी के नाम से किए गए ट्वीट में यह दावा किया गया कि कंपनी मुफ्त में इंसुलिन की सेवा दे रही है जिस कारण बाद में कंपनी को सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगनी पड़ी है। यही नहीं एलन मस्क की कंपनी टेस्ला और स्पेस एक्स के भी फर्जी खाते बनाए गए है साथ ही ईसा मसीह के भी फेक हैंडल देखे गए है।
ट्विटर ने चंद घंटों में वापस लिया नया फीचर ‘ऑफिशियल’
आपको बता दें कि ट्विटर ने कुछ दिन पहले ही यह एलान किया था कि वह बड़ी हस्ती के नाम के नीचे ये ‘ऑफिशियल’ वाला नया फीचर लॉन्च करेगा। इसके तहत यह फीचर हर किसी को मिलेगी जो किसी भी देश के लिए सरकार के लिए काम करते है।
ऐसे में यह फीचर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई और नेताओं के नाम के नीचे देखने को मिला था, लेकिन इसे जारी करने के चंद घंटों के बाद ही इस फीचर को वापस ले लिया गया था।
यही नहीं दावा यह भी किया जा रहा है कि जब से एलन मस्क इसके नए मालिक बने है तब से इस पर हेट स्पीच के मामले बढ़े है। डिजिटल नागरिक अधिकार समूह ने भी इस बात को माना है।