व्हाट्सएप के 95 फीसदी यूजर्स को हर रोज आते है फेक कॉल और मैसेज-सर्वे, दावा- हमारी फेसबुक- इंस्टाग्राम की एक्टिविटी के आधार पर आते है हमें फर्जी संदेश
By आजाद खान | Published: February 23, 2023 03:25 PM2023-02-23T15:25:12+5:302023-02-23T15:52:43+5:30
ऐसे में जैसे ही यह सर्वे सामने आया है व्हाट्सएप की टीम में इसे लेकर बयान जारी किया है और कहा है कि हमनें ऐसे स्सिटम को तैयार किया है जिससे ऐसे फर्जी कॉल और मैसेज भेजने वाले अकाउंट तुरन्त बंद हो जाते है।
नई दिल्ली: भारत में हाल में हुए एक सर्वे में पता चला है कि व्हाट्सएप के 95 फीसदी यूजर्स फर्जी और स्पैम कॉल से परेशान है। सर्वे के अनुसार, यह कॉल और मैसेज व्हाट्सएप के बिजनेस अकाउंट से आ रहे है।
आपको बता दें कि इस सर्वे में शामिल 79 फीसदी लोगों ने यह माना है कि पिछले कुछ महीनों में फर्जी और स्पैम कॉल्स की संख्या में काफी इजाफा देखा गया है।
इस सर्वे के सामने आने के बाद व्हाट्सएप की टीम ने इसे लेकर अपनी सफाई भी दी है। इस पर बोलते हुए व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा है कि उनके तकनीक इस तरह के फर्जी और स्पैम कॉल्स वाले बिजनेस खाते को बंद करने में काफी एक्टिव है।
क्या हुआ है खुलासा
आपको बता दें कि यह सर्वे ऑनलाइन सर्वे फर्म लोकलसर्किल द्वारा किया गया है। इस सर्वे में व्हाट्सएप के 12,215 यूजर्स ने हिस्सा लिया था जो देश के 351 शहरों में कराया गया था। सर्वे में आए 51 हजार सवालों के जवाबों से यह खुलासा हुआ है कि यूजर्स को दिन में एक बार जरूर स्पैम कॉल और मैसेज आते है। वहीं 41 फीसदी यूजर्स ने यह कहा है कि वे दिन में चार पर ऐसे कॉल्स और मैसेज रिसिव करते है।
सर्वे में यह भी खुलासा हुआ है कि इनमें से ज्यादातर कॉल्स व्हाट्सएप के बिजनेस अकाउंट से आते है। वहीं सर्वे में शामिल हुए यूजर्स ने कहा है कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनकी एक्टिविटी के आधार पर उन्हें ऐसे कॉल्स और मैसेज आते रहते है।
व्हाट्सएप की टीम ने क्या दी सफाई
ऐसे में जैसे ही यह सर्वे सामने आया है व्हाट्सएप की टीम ने इस पर सफाई दी है और कहा है कि उनके द्वारा इसके प्लेटफॉर्म पर ऐसे सिस्टम तैयार किए गए है जिससे वह ऐसे किसी बिजनेस अकाउंट द्वारा फर्जी और स्पैम कॉल्स भेजने पर उनके अकाउंट को निलंबित कर दिया जाता है।
टीम ने यह भी कहा है कि अगर किसी भी बिजनेस अकाउंट को बार-बार नेगेटिव फीडबैक मिलते है तो ऐसे में इस तरह के अकाउंट के एक्सेस को बंद कर दिया जाता है। हालांकि कुछ दिन पहले लोकलसर्किल ने टेलीमार्केटिंग को लेकर भी एक सर्वे किया था जिसमें यह पाया था कि करीब 92 फीसदी यूजर्स ऐसे है जो हर रोज टेलीमार्केटिंग कॉल्स से परेशान रहते है।