कौन सा ग्रह है आपसे नाराज, भविष्य में लाएगा कैसा संकट, बिना ज्योतिषी की मदद से ऐसे जान सकते हैं आप
By गुलनीत कौर | Published: April 22, 2019 03:55 PM2019-04-22T15:55:19+5:302019-04-22T15:55:19+5:30
ग्रहों के अशुभ हो जाने से कैसे कैसे रोग हो सकते हैं, इसे एक ज्योतिषी ही बता सकता है। लेकिन बिना किसी ज्योतिषी के पास गए आप स्वयं भी यह जान सकते हैं कि आपकी कुंडली का कौन सा ग्रह ख़राब है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सौरमंडल के नौ ग्रहों और उनसे जुडी 12 राशियों का इस दुनिया के हर व्यक्ति से नाता होता है। जन्म के समय, तिथि, जगह के अनुसार व्यक्ति के राशि चिह्न और ग्रहों की गणना की जाती है। उसका आने वाला भविष्य उसे कैसे सुख और दुख दे सकता है, इसका आंकलन किया जाता है। जब भी गढ़ों की बात की जाती है तो अक्सर लोग शनि, राहु और केतु ग्रहों से बेहद डरते हैं। लेकिन ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इन ग्रहों के अलावा अन्य ग्रह भी व्यक्ति के लिए बुरे साबित हो सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी व्यक्ति की कुंडली में किसी विशेष ग्रह के बुरे होने से व्यक्ति को उस ग्रह से जुड़े क्षेत्र में असफलता हाथ लग सकती है। इसके अलावा यह अशुभ ग्रह उसे रोग भी दे सकता है। ग्रहों के अशुभ हो जाने से कैसे कैसे रोग हो सकते हैं, इसे एक ज्योतिषी ही बता सकता है। लेकिन बिना किसी ज्योतिषी के पास गए आप स्वयं भी यह जान सकते हैं कि आपकी कुंडली का कौन सा ग्रह ख़राब है। इसके लिए आपको केवल यह समझना होगा कि आपको क्या शारीरिक परेशानी चल रही है। आइए विस्तार में बताएं:
- अगर किसी व्यक्ति के गले में लंबे समय से खराबी चल रही ही तो इसका मतलब है कि उसकी कुंडली का बुध ग्रह अशुभ स्थिति में है
- कुंडली के अष्टम भाव में अगर पापी ग्रह विराजमान हो तो यह व्यक्ति को गुप्त रोग की पीड़ा देता है
- इसके अलावा बुध और शुक्र का एक ही भाव में होना और उनपर पापी गढ़ की दृष्टि होना भी गुप्त रोग देता है
- व्यक्ति की कुंडली के पंचम भाव में पापी गढ़ राहू विराजमान हो तो उसे दांत संबंधी रोग हो जाता है
- व्यक्ति की कुंडली के लग्न भाव और सूर्य पर पापी ग्रह की दृष्टि हो तो ऐसे व्यक्ति को मिर्गी का रोग सताता है
- लग्न भाव का स्वामी और पापी ग्रह शनि दोनों छठे, 8वें, 12वें भाव में एक साथ हों तो व्यक्ति को दमा का रोग हो जाता है
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- कुंडली के 5वें भाव में पापी ग्रह केतु बैठे हों या उनकी दृष्टि भी हो तो पेट में कीड़े हो जाते हैं
- 5वें भाव में शनि, मंगल, राहू सभी गढ़ एकसाथ बैठे हों या इनमें से दो ग्रह और पापी ग्रह की दृष्टि भी हो तो व्यक्ति के पेट में अल्सर हो जाता है
- कुंडली में मिथुन राशि और मंगल ग्रह के योग से कान में दर्द सताता है
- यदि कुंडली का सूर्य ग्रह पीड़ित हो तो व्यक्ति को हार्ट अटैक होने का ख़तरा होता है
- कुंडली के छठे भाव में शुक्र और 12वें भाव में गुरु बैठ जाए तो जातक को शुगर की बीमारी होती है