Panchak: सावधान! लॉकडाउन के बीच इस तारीख से लगने वाला है अशुभ पंचक!, घर बैठे भूलकर भी ना करें ये काम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 8, 2020 09:38 AM2020-05-08T09:38:21+5:302020-05-08T09:38:21+5:30
सोमवार से शुरू हुए पंचक को राजपंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक, बुध और गुरुवार को अशुभ जबकि शुक्रवार को चोर पचंक कहा जाता है। पंचक हर 27 दिन में आता है।
हिन्दू धर्म में किसी भी तरह के कार्य को करने से पहले लोग तिथी और शुभ मुहूर्त को देखते हैं। शादी हो, घर खरीदना हो, दुकान लेनी हो या किसी मकान की नींव डालनी हो। हर काम करने से पहले लोग शुभ मुहूर्त देखते हैं। उसके बाद ही कोई कार्य करते हैं।
वहीं इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि कोई भी शुभ कार्य पंचक वाले दिनों में ना किया जाए। हर मीहने आने वाली पंचक तिथी के दिन बहुत सी चीजों का ध्यान रखा जाता है। इन पंचक के पांच दिनों को बेहद अशुभ माना जाता है। खासकर जब ये पंचक गुरुवार से शुरू हुए हो।
मई महीने में पंचक की शुरुआत 14 मई से हो रही है। जो 19 अप्रैल तक चलने वाली है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महीने में पड़ने वाले पंचक यानी इस पांच दिनों को अशुभ बताया जाता है। इसीलिए इस दिन कुछ विशेष प्रकार के कार्य नहीं किए जाते हैं।
क्या होता है पंचक? (What is Panchak?)
बताया जाता है कि जब चन्द्रमा कुंभ और मीन राशि पर रहता है उसी समय को पंचक कहते हैं। कहा जाता है कि इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए। पंचक के दौरन जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घास, लकड़ी आदि ईंधन को भी एकत्रित नहीं करना चाहिए।
कब है पंचक
पंचक तिथि प्रारंभ - 14 मई, 07:22 PM
पंचक तिथि समाप्त - 19 मई, 07:54 PM
पंचक पर ना करें ये काम
1. हिंदू धर्म में मान्यता है कि पंचक के दिनों में चारपाई बनाना अच्छा नहीं होता है। अगर आपने इन दिनों में चारपाई बनाई या बनवाई तो आप पर बड़ा संकट आ सकता है।
2. पंचक काल में जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घर या कही पर लकड़ी, घास या फिर जलाने वाली वस्तुएं नही एकत्र करनी चाहिए। ऐसा करने से आग लगने का भय रहता है। माना जाता है कि अग्नि पंचक वाला दिन आग का होता है।
3. ऐसी भी मान्यता है कि जब पंचक शुरू हो तब किसी यात्रा से बचना चाहिए। खासकर दक्षिण दिशा की ओर बिल्कुल भी न जाएं। दरअसल, दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है।
4. घर के निर्माण के समय पंचक काल में छत नहीं डाला जाना चाहिए। इससे नुकसान और घर में क्लेश का वातावरण रहता है। इस दौरान गृह प्रवेश भी नही करना चाहिए।
5. किसी भी तरह का शुभ कार्य जैसे कोई विशेष पूजा या समारोह को भी पंचक तिथि में टाल देना ही बेहतर है।