4 मई से भक्तों के लिए खुल जाएंगे केदानाथ के कपाट, उत्तराखंड के श्रद्धालु कर सकेंगे बाबा केदार के दर्शन
By मेघना वर्मा | Published: May 2, 2020 02:48 PM2020-05-02T14:48:29+5:302020-05-02T14:50:22+5:30
बाबा केदार के दर्शन करने हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचते हैं। मगर इस बार लॉकडाउन में बिना भक्तों के ही केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए।
उत्तराखंड़ के भक्त चार मई से केदारनाथ में दर्शन करने के लिए जा सकेंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेद्रं सिंह रावत ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने इस बात का निर्णय लिया है। ग्रीन जोन के अंदर आने वाला इलाका चार मई से पूरी तरह खोल दिया जाएगा।
सनातन धर्म के चार धामों में केदारनाथ को सबसे महत्वपूर्ण बताया जाता है। बाबा केदार के दर्शन करने हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचते हैं। मगर इस बार लॉकडाउन में बिना भक्तों के ही केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए। मगर सीएम के अनुसार आगामी 4 मई से उत्तराखंड के लोग केदारनाथ दर्शन के लिए जा सकेंगे।
एक मीडया हाउस के कार्यक्रम में त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि चार मई से उत्तराखंड के ग्रीन जोन में आए इलाकों को पूरी तरह खोला जाएगा। उत्तराखंड के लोग केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पूरी तरह पालन हो।
केंद्र सरकार के लिस्ट अनाउंसमेंट के बाद इस बात का पता चला है कि उत्तराखंड के 13 में 10 जिले ग्रीन जोन में हैं। वहीं उनमें से दो ऑरेंज जोन और एक रेड जोन में हैं।
चार धाम यात्रा पर बोलते हुए सीएम रावत ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोग धार्मिक जगहों पर दर्शन को जाएं मगर लॉकडाउन में कोरोना वायरस को लेकर चीजें जैसे-जैसे बेहतर होगी वैसे-वैसे और निर्णय लिए जाएंगे। सीएम रावत ने कहा कि वो चाहते हैं कि श्रद्धालुओं को किसी तरह का डर ना हो वो पूरी तरह सुरक्षित फील करें। उत्तराखंड में इससे पहले भी 2013 की तबाही देखी है और उससे उबर कर सामने आया है।
वहीं सीएम रावत ने बताया कि पर्यटन की दृष्टी से भी इस बार काफी नुकसान हुआ है। स्थिति कब तक सामान्य होगी कुछ कहा नहीं जा सकता है। सीएम रावत ने बताया कि वह इस साल शीतकालीन पर्यटन को और ज्यादा बढ़ावा देंगे।
सीएम रावत ने बताया कि उन्हें 87 हजार एप्लीकेशन मिली हैं जिनमें लोगों ने अपने घर, उत्तराखंड लौटने की अपील की है। इनमें से 26 हजार तो सिर्फ राजधानी दिल्ली से आईं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई, जयपुर, बैंगलुरू और गुजरात जैसी जगहों से 12 ट्रेन की डिमांड हैं।
बता दें उत्तराखंड के रेड जोन में हरिद्वार, ऑरेंज जोन में नैनिताल और देहरादून हैं। वहीं बाकी 10 जिले ग्रीन जोन में हैं।