Tulsi Puja 2019: कार्तिक महीने में ऐसे करें तुलसी की पूजा, जानें क्या हैं नियम और पूजा विधि
By मेघना वर्मा | Published: October 14, 2019 10:54 AM2019-10-14T10:54:10+5:302019-10-14T11:12:59+5:30
कार्तिक मास का महत्व: शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय और लक्ष्मी का रूप माना जाता है। कहा ये भी जाता है कि हर घर में तुलसी का पौधा होना अनिवार्य है।
कार्तिक का महीना शुरू होते ही त्योहारों का माहौल आ जाता है। ये महीना ना सिर्फ त्योहारों की वजह से महत्वपूर्ण है बल्कि धार्मिक रूप से भी इस महीने में काफी तीज और उपवास पड़ रहे हैं। सिर्फ यही नहीं इस पूरे महीने में तुलसी पूजन का अपना एक विशेष महत्व बताया जाता है।
तुलसी की महत्ता हमारे पुरानी परंपराओं में बताई गई है। प्राचीन काल से ही लोग घर के आगंन में तुलसी की पूजा करते थे। राजा हो या रंक हर मनुष्य तुलसी की पूजा करता आया है। कार्तिक महीने में भी लोग तुलसी की पूजा विधि विधान से करते हैं।
शास्त्रों में तुलसी को पूजनीय और लक्ष्मी का रूप माना जाता है। कहा ये भी जाता है कि हर घर में तुलसी का पौधा होना अनिवार्य है। बताया जाता है कि जिस घर में भी तुलसी का पौधा हो वहां देवी-देवताओं का वास होता है। साइंस की दृष्टी से भी तुलसी के पौधे शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। तुलसी का पौधा शरीर के लिए लाभकारी तत्व रिलीज करता है।
तुलसी पूजा की विधि
1. तुलसी की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नानादि कार्य कर लें।
2. इसके बाद आंगन में रखे तुलसी के पौधे पर साफ जल या गंगाजल चढ़ाएं।
3. घी का दीपक, हल्दी और सिंदूर से तुलसी को चढ़ाएं।
4. "महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी , आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।" का जाप करें।
5. शालिग्राम और वृंदादेवी का स्मरण कर तुलसी जी का जयकारा लगाएं।
6. इसके बाद लगाए गए भोग को प्रसाद के रूप में सबको दें।
कहते हैं तुलसी पूजा करने से घर में आई हुई नेगेटिव एनर्जी का असर कम हो जाता है। सिर्फ यही नहीं तुसली का पौधा घर पर रखने से घर को किसी की नजर नहीं लगती और सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।