यह सप्ताह आपके लिए है खास, बन रहे हैं तीन चमत्कारी योग, जानें कैसे मिलेंग शुभ फल
By गुणातीत ओझा | Published: October 26, 2020 01:14 PM2020-10-26T13:14:21+5:302020-10-26T13:14:21+5:30
इस त्योहारी महीने का यह अंतिम सप्ताह आपकी किस्मत चमका सकता है। आज सोमवार से शुरू हुए सप्ताह में तीन ऐसे महत्वपूर्ण और शुभ योग बन रहे हैं जो आपको निश्चित ही शुभ फल देंगे।
इस त्योहारी महीने का यह अंतिम सप्ताह आपकी किस्मत चमका सकता है। आज सोमवार से शुरू हुए सप्ताह में तीन ऐसे महत्वपूर्ण और शुभ योग बन रहे हैं जो आपको निश्चित ही शुभ फल देंगे। ये योग कार्य की सफलता और शुभ फल प्रदान करने के लिहाज से बहुत ही उत्तम हैं। इस सप्ताह सर्वाथसिद्धि योग, त्रिपुष्कर योग और रवि योग बन रहे हैं। अगर आप दिवाली से पहले कोई नया काम शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए ये योग बहुत ही शुभ और चमत्कारी साबित होंगे। शास्त्रों में कोई भी नया कार्य शुरू करने के लिए इन शुभ योगों का विधिवत विवरण दिया गया है। आइये आपको बताते हैं इस सप्ताह किस दिन कौन सा शुभ योग बन रहा है..
आज 26 अक्टूबर को रवियोग बन रहा है। सूर्य का अभीष्ट प्राप्त होने के कारण यह बहुत प्रभावशाली योग है। ऐसा माना जाता है कि किसी अशुभ कार्य की आंशका को नष्ट कर यह शुभ कार्य में बदलने की क्षमता रखता है। रवि-योग को सूर्य का अभीष्ट प्राप्त होने के कारण प्रभावशाली योग माना जाता है। सूर्य की पवित्र ऊर्जा से भरपूर होने से इस योग में किया गया कार्य अनिष्ट की आंशका को नष्ट करके शुभ फल वरदान करता है।
वहीं 27 अक्टूबर को त्रिपुष्कर योग लग रहा है। ऐसा कहा जाता है कि इस योग में किए गए कार्य का तीन गुना फल मिलता है। इसलिए इस योग में कीमती वस्तुओं की खरीददारी और दान पुण्य करना चाहिए। द्विपुष्कर एवं त्रिपुष्कर योग अपने नाम के अनुरूप क्रमश: दोगुना एवं तीन गुना फलदायक होते हैं अत: इनमें धन-धान्य का संग्रह, पूंजी का विनियोजन एवं शुभ कर्मों को करना ही उचित रहेगा।
29 अक्टूबर, गुरुवार और 30 अक्टूबर, शुक्रवार को सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, सर्वार्थ सिद्धि योग में किया गया कोई भी कार्य फलकारी और पूर्ण रूप से सफल होता है। सर्वार्थ सिद्धि योग किसी शुभ कार्य को करने का शुभ मुहूर्त होता है। जैसा की आप जानते है बिना शुभ मुहूर्त के कोई भी कार्य करना लाभकारी नहीं होता, लेकिन कई बार किसी कारणवश मुहूर्त से पहले जरुरी कार्य करने पड़ सकते है। ऐसे में पुनः शुभ मुहूर्त की गणना करना थोडा मुश्किल है लेकिन शास्त्रों में इसका भी समाधान दिया गया है। जी हां, इस स्थिति में आप सर्वार्थ सिद्धि योग में उस कार्य को कर सकते है। अर्थात यदि किसी शुभ कार्य को करने के लिए आवश्यक और सही मुहूर्त नहीं मिल पा रहा है तो आप सर्वार्थ सिद्धि योगों में अपना शुभ कार्य कर सकते है। इन मुहूर्तों में शुक्र अस्त, पंचक, भद्रा आदि पर विचार करने की भी आवश्यकता नहीं होती है। क्योंकि ये मुहूर्त अपने आप में भी सिद्ध मुहूर्त होते है। इसके अलावा कुयोग को समाप्त करने की शक्ति भी इस मुहूर्त में होती है।
26 अक्टूबर, सोमवार - रवियोग
27 अक्टूबर, मंगलवार - त्रिपुष्कर योग,
29 अक्टूबर, गुरुवार - सर्वार्थसिद्धि योग, रवियोग
30 अक्टूबर, शुक्रवार - सर्वार्थसिद्धि योग, रवियोग