Surya Grahan 2019: सूर्य ग्रहण 2 जुलाई को, भारत में क्या होगा इसका समय और दुनिया के किन हिस्सों में देगा दिखाई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 27, 2019 01:10 PM2019-06-27T13:10:54+5:302019-06-27T13:10:54+5:30
साल 2019 में यह दूसरा सूर्य ग्रहण है जो 2 जुलाई को लगने वाला है। इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 5 जनवरी को लगा था जबकि तीसरा सूर्य ग्रहण दिसंबर में लगेगा।
Surya Grahan 2019: इस साल जुलाई की शुरुआत में ही सूर्य ग्रहण होने जा रहा है। यह ग्रहण 2 जुलाई को लगेगा और इस प्रकार ये साल का दूसरा सूर्य ग्रहण होगा। इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 5 जनवरी को लगा था जबकि तीसरा सूर्य ग्रहण दिसंबर में लगेगा।
बहरहाल, इस बार जुलाई का महीना जरूर अहम बन गया है क्योंकि दो ग्रहण इस महीने में पड़ने वाले है। ये दोनों ग्रहण जुलाई में 15 दिनों के अंदर लगने वाले हैं। 2 जुलाई को जहां पूर्ण सूर्य ग्रहण है वहीं 17 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने वाला है। हालांकि, 2 जुलाई को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देने वाला है, क्योंकि जब ग्रहण लगा होगा तब भारत में रात होगी।
सूर्य ग्रहण: भारतीय समय क्या है?
सूर्य ग्रहण चूकी भारत में दिखाई नहीं देगा और यहां ग्रहण के समय रात होगी, इसलिए इसका सूतक भी यहां नहीं लगेगा। हालांकि, इसके बावजूद इस समय कुंडली और ग्रहों की स्थिति के कारण कुछ फर्क पड़ सकता है। यह सूर्य ग्रहण लगभग 4 घंटे और 55 मिनट का होगा। ग्रहण 2 जुलाई की रात 11 बजकर 55 मिनट से शुरू होगा और 3 जुलाई की सुबह 3 बजकर 20 मिनट तक रहेगा।
सूर्य ग्रहण 2019: दुनिया के किन हिस्सों में दिखेगा सूर्य ग्रहण?
2 जुलाई को लगने वाला सूर्य ग्रहण प्रशांत महासागर के क्षेत्र सहित दक्षिणी अमेरिका में दिखाई देगा। इस लिहाज से न्यूजीलैंड के तट से सूर्य ग्रहण दिखाई देने लगेगा। इसके अलावा यह चिली और अर्जेंटीना के कई हिस्सों में नजर आयेगा। साथ ही इसे कुछ अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों जैसे ब्रजाली, उरुग्वे में भी देखा जा सकेगा।
सूर्य ग्रहण न्यूजीलैंड से शुरू होगा और दक्षिणी प्रशांत, चिली और अर्जेंटीना के कई हिस्सों में नजर आयेगा। इसके अलावा इसे कुछ अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों जैसे ब्रजाली, उरुग्वे में भी देखा जा सकेगा। बता दें कि जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है, तो इसे ही सूर्य ग्रहण कहते हैं।
सूर्य ग्रहण 2019: मान्याताओं के अनुसार क्या करें और क्या न करें
- ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ कार्य को करने या इसकी शुरुआत करने की मनाही होती है।
- ग्रहण के दौरान भोजन या पानी नहीं पीने की सलाह दी जाती है। गर्भवती स्त्री, बच्चे या बीमार व्यक्ति को जरूरत पड़ने पर उसी भोजन को करने की सलाह दी जाती है, जिस पर तुलसी का पता रखा गया हो।
- ग्रहण के दौरान खाना बनाना भी वर्जित माना गया है। साथ ही तेल का इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए।
- गर्भवती स्त्रियों को खास ध्यान देने की जरूरत होती है। गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। उन्हें ग्रहण के दौरान चाकू, ब्लेड, कैंची जैसी काटने वाली चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चों के विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- ग्रहण काल के बाद स्नान करना चाहिए और घरों आदि की सफाई की जानी चाहिए।