सूर्य ग्रहण 2020: 12 साल बाद होगी सबसे बड़ी खगोलीय घटना, ढक जाएगा सूर्य का 88 प्रतिशत हिस्सा-जानें पूरी डिटेल
By मेघना वर्मा | Published: May 29, 2020 11:18 AM2020-05-29T11:18:21+5:302020-05-29T11:18:21+5:30
साल 2020 की सबसे बड़ी खगोलीय घटना जून के महीने में होने जा रही है। 21 जून को सूर्य ग्रहण लगने वाला है।
साल 2020 को खगोलीय रूप से सबसे खास बताया जा रहा है। इस साल कई बड़ी खगोलीय घटा घटने जा रही है। इसी में से एक है जून 2020 में लगने वाले दो ग्रहण की। जून के महीने में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों लगने वाला है। वहीं सबसे खास होने वाला है 21 जून को लगने वाला है सूर्य ग्रहण।
बताया जा रहा है कि साल 2020 की सबसे बड़ी खगोलीय घटना जून के महीने में होने जा रही है। 21 जून को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। आंशिक सूर्य ग्रहण कहेंगे। हिन्दुस्तान की रिपोर्ट की मानें तो लखनऊ के लोगों को 21 जुलाई 2009 के बाद सबसे अधिक समय और अब तक का सबसे बड़ा ग्रहण दिखने वाला है। आइए बताते हैं क्या है इस ग्रहण में खास।
88 प्रतिशत ढ़क जाएगा सूर्य
21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण के दौरान सूरज का 88 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा द्वारा ढक लिया जाएगा। इस सूर्य ग्रहण को आंशिक सूर्य ग्रहण कहेंगे। ये ग्रहण 21 जून दिन रविवार को 10 बजनकर 26 मिनट पर शुरू होगा। जो 1 बजकर 58 मिनट तक चलेगा। ये पूरा ग्रहण तीन घंटे 32 मिनट तक का होगा। बता दें सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है।
12 साल बाद होगी ये घटना
बताया जा रहा है कि इस बार का सूर्य ग्रहण देखने में बिल्कुल छल्लेदार होगा। इस घटना को देखने के लिए खगोली शास्त्री और खगोल प्रेमी सालों से इंतजार कर रहे थे। साल 2009 में इस तरह की कोई घटना हुई थी जो अब पूरे 12 साल बाद फिर से होने जा रही है। इंदिया गांधी नक्षत्रालय के वैज्ञानिकों की मानें तो इस सूर्य ग्रहण को लखनऊ में आंशिक रूप से देखा जा सकेगा। वहीं राजस्थान, उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में ये पूरे छल्लेदार दिखाई देगा।
पड़ रहे हैं 3 ग्रहण
बता दें 5 जून से 5 जुलाई के बीच 3 ग्रहण पड़ रहे हैं। पांच जून से पांच जुलाई तक कुल तीन ग्रहण लग रहे हैं। जिसमें दो चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण है। एक महीने में दो बार लगने वाले ग्रहण को ज्योतिष की दृष्टी से शुभ नहीं माना जाता है। हलांकि खगोली शास्त्रियों के मुताबिक पांच जून को लगने वाला चंद्रग्रहण पांच जुलाई वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।