विशेष ज्योतिष आकलनः राहु-केतु के राशि परिवर्तन से चिकित्सा क्षेत्र में होगा बड़ा आविष्कार
By गुणातीत ओझा | Published: September 21, 2020 08:17 PM2020-09-21T20:17:41+5:302020-09-21T20:17:41+5:30
राहु ग्रह 23 सितंबर को मिथुन राशि से वृष राशि और केतु का गोचर धनु राशि से वृश्चिक राशि में होगा। राहु केतु का यह राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक होगी।
राहु ग्रह 23 सितंबर को मिथुन राशि से वृष राशि और केतु का गोचर धनु राशि से वृश्चिक राशि में होगा। राहु केतु का यह राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक होगी। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि राहु दो नंबर की राशि वृषभ में और केतु आठ नंबर की राशि वृश्चिक में प्रवेश कर रहा है यानि कि 2 और 8 का संयोग बनेगा। आने वाले 18 महीने में चिकित्सा के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार होंगे। साथ ही लाइलाज और भयानक रोगों का उपचार मिलेगा। इस दौरान आतंकवाद और नक्सलवाद का सफाया होगा। पशुधन में वृद्धि होगी। शाकाहार के प्रति रूचि बढ़ेगी। ज्योतिष अध्यात्म ईश्वरीय शक्ति के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी।
राहु और केतु कोई भौतिक ग्रह नहीं हैं। इन्हें छाया ग्रह माना जाता है। शनिवत राहु कुंजवत केतु अर्थात राहु में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण है। राहु किसी ग्रह के प्रभाव को कम कर देता है। केतु किसी ग्रह के प्रभाव को काफी बढ़ा देता है। राहु ग्रह 23 सितंबर को सुबह 5:28 मिथुन राशि से वृष राशि में गोचर करेगा। यहां 12 अप्रैल 2022 तक रहेगा। इसी प्रकार, केतु का गोचर 23 सितंबर को ही सुबह 7:38 बजे धनु राशि से वृश्चिक राशि में होगा। यहां 12 अप्रैल 2022 तक रहेगा।
चिकित्सा क्षेत्र में होगा बड़ा आविष्कार
राहु केतु के राशि परिवर्तन से आंखों के रोग ( आई फ्लू ) फैलेंगे। लेकिन जीभ लार मुख की सर्जरी सहित लाइलाज बीमारियों का उपचार मिलेगा। चिकित्सा क्षेत्र में बड़े आविष्कार होंगे। यह आविष्कार अधिक रोगों का उपचार करेगा।
आंतकवाद का होगा सफाया
आतंकवाद नक्सलवाद जातिवाद रंगभेद क्षेत्रवाद भाषावाद बहुत तेजी से फैलेंगे और नष्ट भी होंगें। विश्व के कई देश और सरकारें एकजुट होकर इन सब को समाप्त करने की कोशिश करेगी। इसकी शुरुआत फ्रांस या यूरोप के किसी देश से होगी। धीरे धीरे सभी जगह से आतंकवाद नक्सलवाद समाप्त हो जायेगा। कोई एक "महिला" विश्व सुधार में योगदान देगी।
बाजार में होगी रौनक
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि कोरोना महामारी की वजह से बाजार में मंदी देखने को मिल रही है। 25 जनवरी 2021 से बाजार में रौनक देखने को मिल जाएगी और मंदी समाप्त होगी। राहु केतु के राशि परिवर्तन के कारण तेल खनन चिकित्सा गैस पाइपलाइन शराब लोहा मशीनरी धातु आदि की मांग बढ़ेगी।
ईश्वरीय शक्ति के प्रति बढ़ेगी रूचि
शेयर बाज़ार कमोडिटी एक्सचेंज में पूर्वानुमान बढ़ेगा। पशुधन में वृद्धि होगी। शाकाहार के प्रति रूचि बढ़ेगी। धातु क्रय विक्रय बढेगा। ज्योतिष अध्यात्म ईश्वरीय शक्ति के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी। ज्योतिष डर को भगाने एवं वहम को मिटाने के लिए बना है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने कहा, ''जैसा कि पूर्व में आप सभी को बता चुका हूं कि ज्योतिष पर मेरा विशेष रिसर्च चल रहा है। ज्योतिष के अनुसार किसी भी नए आविष्कार खोज के लिए बुध और सूर्य की सहमति आवश्यक होती है। अगले 18 महीनों में जब सूर्य मेष सिंह धनु नवांश में या बुध कन्या तुला वृश्चिक नवमांश में होगा तो यह आविष्कार सफल होगा। केतु जब भी वृश्चिक राशि से गुजरते हैं तो कुछ ना कुछ बुराई को खत्म करते हैं।''
कोरोना का असर होगा कम
अंक ज्योतिष के अनुसार 2020 का मूलांक 4 आता है। इसके राशि स्वामी राहू है। राहू का असर कोरोना वायरस से भी जुड़ा दिख रहा है। राहु-केतु के राशि परिवर्तन से कोरोना का असर न्यूनतम स्थिति में आने की संभावना है।
देश के विकास में होगा सहायक
राहु-केतु के राशि परिवर्तन से अचानक लाभ, अचानक कष्ट या नुकसान देखने को मिल सकता है। प्रदेश व देश के विकास में सहायक होगा तो सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगा। राहु में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण है। ज्योतिषशास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना गया है। राहु-केतु अगर बिगड़ जाएं तो जिंदगी को नरक बना देते हैं और अगर देने पर आएं तो गरीब को भी राजा बना देते हैं। इसलिए इन दोनों का राशि परिवर्तन कई लोगों के लिए राहत लेकर आएगा तो कुछ राशियों कों परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या करना होगा
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, ऊॅ नमोः भगवते वासुदेवाय का जाप करें। ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है। श्री राम भक्त संकट मोचन हनुमान जी आप सबकी रक्षा करें।