Partial Solar Eclipse 2018: साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण, करें ये 7 उपाय
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 15, 2018 08:02 AM2018-02-15T08:02:13+5:302018-02-15T16:35:00+5:30
सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से न देखें। सूर्य ग्रहण को नग्न आँखों से देखने से आपके रेटिना खराब हो सकते हैं।
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक भारत में इस साल कुल तीन बार सूर्य ग्रहण लग रहा है। साल (2018) का पहला सूर्य ग्रहण 15 फरवरी को पड़ रहा है जो भारत में आशिंक रूप में होगी। हिंदू धर्म में के मुताबिक सूर्य ग्रहण का बेदह महत्वपूर्ण होता हैं। इस साल लगने वाला सूर्य ग्रहण दक्षिणी गोलार्द्ध के हिस्सों में दिखेगा। इस साल लगने वाले पहले सूर्य ग्रहण को दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, पेसिफिक और अटार्कटिका की ज्यादातर हिस्सों में दिखेगा।
सूर्य को नग्न आंखों से कतई न देखें
जैसा कि सूर्य ग्रहण के दौरान सूर्य भारी मात्रा में ऊर्जा को उत्सर्जित करता है जिसे हमारी नग्न आंखें सहन नहीं कर सकती हैं क्योंकि इस दौरान पराबैंगनी किरणें निकलती हैं। कई शोधों से इस बात की पुष्टि भी हुई है कि नग्न आंखों से सूर्य ग्रहण देखने से रेटिना खराब हो सकती है।
कब पड़ रहा है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है। जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तब पृथ्वी पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें अवरुद्ध हो जाती हैं और पृथ्वी के कुछ भागों पर चंद्रमा की परछाईं पड़ने लगती है जिसे हम सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस साल सूर्य ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक 15 फरवरी की रात 12 बजकर 25 मिनट से शुरू होगा और सुबह चार बजे तक चलेगा। चूंकि भारतीय समय के अनुसार यह सूर्य ग्रहण रात्रि में होगा इसलिए यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
ग्रहण में करें ये उपाय
1. ध्यान, भजन, ईश्वर की आराधना और व्यायाम करें।
2. सूर्य से संबंधित मंत्रों का जाप करना चाहिए।
3. ग्रहण समाप्ति के बाद घर की शुद्धिकरण के लिए गंगाजल का छिड़काव करें।
4. ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान के बाद भगवान की मूर्तियों को स्नान कराएं और पूजा करना चाहिए।
5. सूतक काल समाप्त होने के बाद ताजा भोजन करना चाहिए।
6. सूतक काल के पहले तैयार भोजन को बर्बाद न करें, बल्कि उसमें तुलसी के पत्ते डालकर भोजन को शुद्ध करें।
7. सूर्य ग्रहण के दौरान "ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात् ” का जाप करना चाहिए।