Shab-e-barat 2020: 9 अप्रैल को शब-ए-बारात, कोरोना खत्म होने की करेंगे दुआ-दिल्ली पुलिस पहले ही दे चुकी है ये चेतावनी

By मेघना वर्मा | Published: April 7, 2020 03:02 PM2020-04-07T15:02:16+5:302020-04-07T17:05:40+5:30

मुस्लिम समुदाय के बीच इस बात की मान्यता है कि शब-ए-बरात के दिन जो लोग इबादत करते हैं उनके सभी गुनाह माफ हो जाते हैं।

Shab-e-barat 2020, significance, how to celebrate, delhi police says about Shab-e-barat celebration during lockdown | Shab-e-barat 2020: 9 अप्रैल को शब-ए-बारात, कोरोना खत्म होने की करेंगे दुआ-दिल्ली पुलिस पहले ही दे चुकी है ये चेतावनी

Shab-e-barat 2020: 9 अप्रैल को शब-ए-बारात, कोरोना खत्म होने की करेंगे दुआ-दिल्ली पुलिस पहले ही दे चुकी है ये चेतावनी

Highlightsशब का आशय रात और बरात का अर्थ बरी होना होता है।  ये रात बड़ी अजमत और बरकत वाली होती है।

मुस्लिम समुदाय का पर्व शब-ए-बारात इस साल 8 और 9 अप्रैल को मनाया जाना है। इस्लाम मजहब के इस पर्व की मान्यता है कि ये रात इबादत की रात होती है। इस रात सभी मिलकर इबादत करते हैं। इस बार शब-ए-बरात 8 अप्रैल की शाम से शुरू होगा जो अगले दिन यानी 9 अप्रैल तक चलेगा।

मुस्लिम समुदाय के बीच इस बात की मान्यता है कि शब-ए-बरात के दिन जो लोग इबादत करते हैं उनके सभी गुनाह माफ हो जाते हैं। इस दिन लोग अपने गुनाहों के लिए माफी मांगते हैं। 

कोरोना से निजात पाने के लिए मांगेगे दुआ

राजस्थान के पाली जिला में हिलाल कमेटी की ओर से शबे बारात 9 अप्रैल को मनाई जाएगी। यहां के मुस्लिम समुदाय ने सभी से लॉकडाउन के कारण इस रात घरों में ही रहकर नमाज अदा करने की अपील की है। साथ ही कहा है कि इस शब-ए-बरात पर घर पर रहकर ही इबादत करें।

बताया जाता है कि ये रात बड़ी अजमत और बरकत वाली होती है। इस रात में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें और गुनाहों की माफी मांगे। अल्लाह के बंदों से कमेटी ने ये भी अपील की है वो कोरोना से निजात दिलाने के लिए भी अल्लाह से दुआ करें ताकि इस घातक बीमारी से देश जल्द से जल्द उबर जाए।

क्या है शब-ए-बरात का अर्थ

मान्यता के अनुसार शब-ए-बरात को एक प्रकार से रमजान में रखे जाने वाले रोजे के लिए खुद को तैयार करना मान सकते हैं। ये भी माना जाता है कि इस रात लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों के लिए तौबा करते हैं। शब का आशय रात और बरात का अर्थ बरी होना होता है। 

लॉकडाउन में ऐसे मनाएं शब-ए-बरात

लॉकडाउन के कारण सभी इस बार शब-ए-बरात घर पर ही रहकर मनाना होगा। आप भी इस बात अपने परिवार वालों के साथ ये पर्व मनाएं। इस दिन घरों में तमाम तरह के पकवान जैसे हलवा, बिरयानी, कोरमा आदि बनाया जाता है। इबादत के बाद इसे गरीबों में भी बांटा जाता है। कई बुजुर्गों वर अपने करीबियों की कब्रों  पर चिराग जलाते हैं।

दिल्ली पुलिस ने लोगों से की अपील

दिल्ली पुलिस ने दो दिन पहले ट्वीट करके लोगों से घर से बाहर ना आने की अपील की है। दिल्ली पुलीस ने एक फोटो पोस्ट करके लिखा इस शब-ए-बारात अपने घरों से बाहर ना निकलें। COVID-19 से जंग में हमें सपोर्ट करें। 8 और 9 अप्रैल को भी लॉकडाउन जारी रहेगा।

 

इसी फोटो में ये भी लिखा है किसी भी तरह का असंवैधानिक आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी नियमों को तोड़ेगा उसे लीगल एक्शन का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली पुलिस के इस ट्वीट पर बहुत सारे रिएक्शन्स आ रहे हैं। 

English summary :
Shab-e-Barat 2020: the festival of the Muslim community, is to be celebrated on 8 and 9 April this year. This festival of Islam religion. On this night, everyone pray together. This time Shab-e-Barat will start from the evening of 8 April which will run till 9 April next day.


Web Title: Shab-e-barat 2020, significance, how to celebrate, delhi police says about Shab-e-barat celebration during lockdown

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