Sawan 2019: सावन में आज से शुरू हो रहा है पंचक, अगले पांच दिन नहीं करें ये काम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 19, 2019 10:23 AM2019-07-19T10:23:21+5:302019-07-19T11:31:35+5:30
सोमवार से शुरू हुए पंचक को राजपंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक, बुध और गुरुवार को अशुभ जबकि शुक्रवार को चोर पचंक कहा जाता है। पंचक हर 27 दिन में आता है।
Sawan 2019: सावन के पवित्र माह में पंचक भी शुक्रवार से शुरू हो रहा है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार पंचक में किसी भी शुभ कार्य को करने की मनाही होती है। यह पंचक आज दोपहर 2 बजकर 58 मिनट से शुरू होगा और 24 जुलाई को 3 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस बार यह शुक्रवार से शुरू हो रहा है इसलिए इसे 'चोर पंचक' कहा जाएगा।
दरअसल, सोमवार से शुरू हुए पंचक को राजपंचक, मंगलवार को अग्नि पंचक, बुध और गुरुवार को अशुभ जबकि शुक्रवार को चोर पचंक कहा जाता है। पंचक हर 27 दिन में आता है। पंचक शुरू होने के दिन यात्रा नहीं करने की सलाह दी जाती है। साथ ही व्यापार संबंधित लेन-देन करने से भी मना किया जाता है। मान्यताओं के अनुसार अगर आप ऐसा करते हैं धन की हानि हो सकती है।
सावन: पंचक में नहीं करने चाहिए ये काम
- पंचक में मृत्यु को शुभ नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान किसी की मृत्यु होने पर घर के अन्य सदस्यों पर भी ऐसा संकट मंडराता रहता है। साथ ही पंचक दोष लग सकता है। इससे बचने के लिए कुछ उपाय भी हैं। इसलिए आप किसी विद्वान पंडित की सलाह ले सकते हैं। मान्यताओं के अनुसार जिस शख्स की मृत्यु पंचक में होती है, उसके दाह-संस्कार के समय पांच पुतले बनाकर उसका भी शव के साथ दाह करना चाहिए। इससे परिवार पर पंचक दोष समाप्त होता है।
- हिंदू धर्म में मान्यता है कि पंचक के दिनों में चारपाई बनाना अच्छा नहीं होता है। अगर आपने इन दिनों में चारपाई बनाई या बनवाई तो आप पर बड़ा संकट आ सकता है।
- पंचक काल में जिस समय घनिष्ठा नक्षत्र हो उस समय घर या कही पर लकड़ी, घास या फिर जलाने वाली वस्तुएं नही एकत्र करनी चाहिए। ऐसा करने से आग लगने का भय रहता है। माना जाता है कि अग्नि पंचक वाला दिन आग का होता है।
- ऐसी भी मान्यता है कि जब पंचक शुरू हो तब किसी यात्रा से बचना चाहिए। खासकर दक्षिण दिशा की ओर बिल्कुल भी न जाएं। दरअसल, दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है। जिसके कारण आपका यात्रा करना दुर्घटना या कोई विपत्ति ला सकता है।
- घर के निर्माण के समय पंचक काल में छत नहीं डाला जाना चाहिए। इससे नुकसान और घर में क्लेश का वातावरण रहता है। इस दौरान गृह प्रवेश भी नही करना चाहिए।