Shravan 2019: आपकी कुंडली में भी है कालसर्प दोष? जानिए इस सावन नाग पंचमी पर कैसे करें इसका उपाय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 17, 2019 12:34 PM2019-07-17T12:34:03+5:302019-07-17T12:53:48+5:30
मान्यताओं के अनुसार अगर किसी की कुंडली में कालसर्प दोष है तो नाग पंचमी के दिन पूजा करने से यह दूर होता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करे और ऊं नम: शिवाय का जप करें।
भगवान शिव के प्रिय महीने सावन की शुरुआत के साथ ही हर ओर भक्ति का रंग दिखने लगा है। सड़कों पर कांवड़िये, मंदिर में शिव भक्तों की भीड़ और हर ओर से आते हर-हर महादेव के जयकारे सावन मास को और विशेष और भक्तिमय बनाते हैं। इस बार सावन 30 दिनों का है और 15 अगस्त को रक्षाबंधन के त्योहार के साथ खत्म हो रहा है। सावन के महीने में सोमवार व्रत और शिवरात्रि के साथ-साथ पड़ने वाले नाग पंचमी त्योहार का भी खासा महत्व है।
नाग पंचमी हर साल सावन महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है और भगवान शिव का नागों के साथ जुड़ाव इस त्योहार को और विशेष बना देता है। मान्यता है कि नाग पंचमी की पूजा करने से कालसर्प दोष कम हो जाता है। आईए, हम आपको बताते हैं कि क्या होता है कालसर्प दोष और कैसे नागपंचमी की पूजा कर आप इसे कम कर सकते हैं...
Nag Panchami 2019: कालसर्प दोष क्या होता है?
अगर किसी की कुंडली में राहु और केतु के बीच सभी ग्रह समा जाते हैं तो उसे कालसर्प योग कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि जातक के पूर्व जन्म में किसी जघन्य अपराध या शाप की वजह से उसकी कुंडली में कालसर्प योग बनता है। कालसर्प योग 12 प्रकार के होते हैं और इनके नाम पौराणिक मान्यताओं के अनुसार प्रसिद्ध नागों पर रखे हुए है। कालसर्प योग के 12 प्रकार इस प्रकार हैं-
1. अनंत कालसर्प योग
2. कुलिक कालसर्प योग
3. वासुकि कालसर्प योग
4. शंखपाल कालसर्प योग
5. पदम कालसर्प योग
6. महापदम कालसर्प योग
7. तक्षक कालसर्प योग
8. कारकोटक कालसर्प योग
9. शंखचूड़ कालसर्प योग
10. घातक कालसर्प योग
11. विषधर कालसर्प योग
12. शेषनाग कालसर्प योग
Nag Panchami 2019: कालसर्प कुंडली में है या नहीं, कैसे पता करें
कालसर्प से पीड़ित व्यक्तियों के लिए कई ऐसे लक्षण हैं जो इशारा करते हैं कि आपकी कुंडली मे ये दोष है या नहीं। दरअसल, कालसर्प जिनकी कुंडली में होता है, उन्हें जिंदगी भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। संभव है कि आप मेहनत ज्यादा करते हों लेकिन नतीज उसके हिसाब से नहीं मिलता। साथ ही संतान की या तो प्राप्ति नहीं होती है या अगर होती भी है तो उसके विकास पर असर पड़ता है। इस दोष से पीड़ित व्यक्ति का वैवाहिक जीवन अस्त-व्यस्त रहता है और खराब स्वास्थ्य भी लगातार परेशान करता है। सपने में बार-बार नाग-नागिन या सर्प दिखना भी कालसर्प योग का लक्षण है।
Nag Panchami 2019: कालसर्प दोष दूर करने के क्या है उपाय
मान्यताओं के अनुसार अगर किसी की कुंडली में कालसर्प दोष है तो नाग पंचमी के दिन पूजा करने से यह दूर होता है। इस दिन नाग देवता की पूजा करे और ऊं नम: शिवाय का जप करें। इसके नाग पंचमी के दिन रुद्राभिषेक करने से भी जातक कालसर्प दोष को कम कर सकता है। इसके अलावा कालसर्प से पीड़ित व्यक्ति को हर रोज भगवान शिव और उनके परिवार की पूजा करनी चाहिए। साथ ही आप नागपंचमी के दिन पूजा के दौरान इस मंत्रों का भी जाप कर सकते हैं...
1. नागेन्द्र हाराय ॐ नम: शिवाय'
2. ऊं नागदेवतायै नम:' या 'ऊं नागकुलाय विद्महे विषदन्ताय धीमहि तन्नौ सर्प प्रचोद्यात्।'