Sawan 2019: सावन का पहला मंगला गौरी व्रत आज, पढ़ें महत्व और पूजा विधि
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 23, 2019 07:55 AM2019-07-23T07:55:12+5:302019-07-23T07:55:12+5:30
सावन की शुरुआत पिछले हफ्ते 17 जुलाई (बुधवार) को हुई और इस लिहाज से आज पहला मंगला गौरी व्रत है। इसके बाद दूसरा मंगला गौरी व्रत 30 जुलाई, तीसरा 6 अगस्त और चौथा 13 अगस्त को पड़ेगा।
सावन में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। इस पूरे महीने भगवान शिव को गंगा जल, दूध, धतुरा, बेलपत्र, पुष्ष आदि अर्पण किये जाते हैं। सोमवार का दिन इस मास में और महत्वपूर्ण हो जाता है लेकिन साथ ही मंगलवार का दिन भी सावन में बेहद अहम माना गया है। मंगलवार का दिन मां पार्वती का समर्पित है। मान्यता है कि सावन में मंगलवार के दिन मां पार्वती की पूजा करने से दांपत्य जीवन के कष्ट सहित जिंदगी की तमाम बाधाएं खत्म होती हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। इस बार सावन में 4 सोमवार के साथ-साथ इतने ही मंगलवार भी पड़ रहे हैं। इस लिए सावन-2019 और महत्वपूर्ण हो गया है।
सावन-2019: आज पहला मंगला गौरी व्रत
सावन की शुरुआत पिछले हफ्ते 17 जुलाई (बुधवार) को हुई और इस लिहाज से आज पहला मंगला गौरी व्रत है। इसके बाद दूसरा मंगला गौरी व्रत 30 जुलाई, तीसरा 6 अगस्त और चौथा 13 अगस्त को पड़ेगा। वहीं, सोमवार व्रत की बात करें तो दूसरा 29 जुलाई, तीसरा 5 अगस्त और चौथा 12 अगस्त को होगा।
मंगला गौरी व्रत में पूजा की विधि
मंगला गौरी व्रत में माता पार्वती की पूजा के लिए तड़के उठकर स्नान आदि कर साफ वस्त्र पहनने चाहिए। इसके बाद माता गौरी की मूर्ति या तस्वीर को चौकी पर लाल रंग के वस्त्र को बिछाकर स्थापित करें। इसके बाद व्रत का संकल्प लें और फिर दीपक जलाकर मां गौरी की पूजा करें। पूजा के दौरान माता को सुहाग से जुड़ी सामग्री अर्पित करें।
पूजा के दौरान 16 सामग्रियों का इस्तेमाल करें। इसमें फल, फूल, मिठाई, माला, सुहाग जैसी वस्तुएं शामिल होना जरूरी हैं। पूजा के दौरान मां पार्वती का ध्यान करें।