Saphala Ekadashi 2019: कब है सफला एकादशी, पढ़िए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
By मेघना वर्मा | Published: December 12, 2019 11:29 AM2019-12-12T11:29:14+5:302019-12-12T11:46:00+5:30
धार्मिक ग्रंथों में धर्मराज युधिष्ठिर और भगवान श्रीकृष्ण के बीच की बातचीत के रूप में सफला एकादशी का महत्व मिलता है। माना जाता है कि 1 हजार अश्वमेघ यज्ञ मिलक कर भी इतना लाभ नहीं दे सकते जितना सफला एकादशी का व्रत रख कर मिल सकती है।
हिन्दू धर्म में एकादशी को काफी महत्वपूर्ण बताया जाता है। पौष महीने में पड़ने वाली एकादशी को सफला एकादशी कहते हैं। माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने से इंसान को सफलता मिलती है तथा उसके सभी कार्य सफल हो जाते हैं। इसलिए सफलता एकादशी का व्रत करना सभी के लिए शुभ माना जाता है।
धार्मिक ग्रंथों में धर्मराज युधिष्ठिर और भगवान श्रीकृष्ण के बीच की बातचीत के रूप में सफला एकादशी का महत्व मिलता है। माना जाता है कि 1 हजार अश्वमेघ यज्ञ मिलक कर भी इतना लाभ नहीं दे सकते जितना सफला एकादशी का व्रत रख कर मिल सकती है। माना जाता है कि सफला एकादशी के का व्रत रखने से सारे दुख समाप्त हो जाते हैं साथ ही मनुष्य की सारी इच्छाएं भी पूरी हो जाती हैं।
कब है सफलता एकादशी
इस बार सफलता एकादशी 22 दिसंबर को पड़ रही है।
एकादशी तिथि प्रारंभ - 05:15 PM (21 दिसंबर)
एकादशी तिथि समाप्त - 03:22 PM (22 दिसंबर)
एकादशी पारण मुहूर्त - 07:10AM - 09:14 AM (23 दिसंबर को)
सफला एकादशी की पूजा विधि
1. इस दिन श्रद्धालुओं को भगवान अच्युत की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।
2. एकादशी वाले दिन सुबह जल्दी स्नान के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए।
3. इसके बाद भगवान को धूप, दीप, फल और पंचामृत आदि अर्पित करना चाहिए।
4. नारियल, सुपारी, आंवला अनार और लौंग आदि से भगवान अच्युत का पूजन करना चाहिए।
5. इस दिन रात्रि में जागरण कर श्री हरि के नाम के भजन करने का बड़ा महत्व है।
6. व्रत के अगले दिन द्वादशी पर किसी जरुरतमंद व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराकर, दान-दक्षिणा देकर व्रत का पारण करना चाहिये।