Pitra Paksha 2021: कब से लग रहा है पितृ पक्ष, इन चीजों का रखें खास ध्यान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 15, 2021 04:11 PM2021-09-15T16:11:51+5:302021-09-15T18:27:44+5:30
Pitra Paksha 2021: पितृ पक्ष 20 सितंबर से शुरू होकर 6 अक्टूबर तक है। 16 दिनों की अवधि में पितरों का पितरों का श्राद्ध कर्म किया जाता है।
Pitra Paksha 2021: पितृ पक्ष का हिंदू धर्म में काफी महत्व है। शुरुआत भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से होती है। इस बार पितृ पक्ष 20 सितंबर से शुरू होकर 6 अक्टूबर तक है। 16 दिनों की अवधि में पितरों का पितरों का श्राद्ध कर्म किया जाता है।
अपने पितृों की आत्मा की शांति के लिए लोग श्राद्ध करवाते हैं। श्राद्ध के अनुष्ठान और तर्पण में बहुत तरीके के प्रसाद बनाए जाते हैं। मान्यता ये भी है कि सही तरीके से बनाए गए प्रसाद से पित्त प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस प्रसाद को बनाते हुए सावाधानी बरतना जरूरी है। आपको पितृ में बनाने वाले प्रसाद को बनाते हुए क्या सावधानी रखनी चाहिए जरूरी होती है।
इन 7 बातों का रखें ख्याल
1. सबसे जरूरी होता है साफ-सफाई। पितृ पक्ष में प्रसाद बनाते समय शुद्धता पर खास गौर करना चाहिए। हर चीज साफ और धुलकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।
2. प्रसाद में उपयोग किया गया दूध गाय का ही होना चाहिए। इस बात का ध्यान रखिएगा कि जिस भी गाय का दूध इस्तेमाल में ला रहे हैं उसका बछड़ा 10 दिन से बड़ा हो।
3. प्रसाद को बनाने के लिए गंगाजल, दूध, शहद, दही, तिल और कुश नाम की घास का होना जरूरी है। इनको मिला कर ही आपको श्राद्ध का प्रसाद बनाना चाहिए।
4. प्रसाद को बनाते समय लहसुन और प्याज का कतई इस्तेमाल ना करें। कोशिश करें कि प्याज और लहसुन का पूरे पितृ पक्ष में इस्तेमाल ना करें।
5. जब ब्राह्मणों को भोजन पर बुलाएं तो उन्हें चांदी के बर्तन में ही खाना खिलाएं। मान्यता है कि चांदी बुराई को काटती है। इससे पूर्वजों की आत्मा को शांती मिलती है।
6. साफ-सुथरे कपड़ों को पहनकर ही श्राद्ध के प्रसाद को बनाएं। कोशिश करें कि सूती का कोई कपड़ा पहनकर ही प्रसाद बनाएं।
7. भूलकर भी पितृ पक्ष में मांस, मछली, अंडा और मंदिरा का सेवन ना करें। साथ ही इन सभी को अपने रसोई घर से भी दूर रखें।