सोमवार के दिन इन उपायों से आप पर बरसेगी शिव कृपा, इतना धन आएगा कि दिन बदल जाएंगे
By गुणातीत ओझा | Published: September 6, 2020 06:43 PM2020-09-06T18:43:58+5:302020-09-07T09:58:46+5:30
जिस प्रकार इस ब्रह्मण्ड का ना कोई अंत है, न कोई छोर और न ही कोई शूरुआत, उसी प्रकार शिव अनादि है सम्पूर्ण ब्रह्मांड शिव के अंदर समाया हुआ है।
जिस प्रकार इस ब्रह्मण्ड का ना कोई अंत है, न कोई छोर और न ही कोई शूरुआत, उसी प्रकार शिव अनादि है सम्पूर्ण ब्रह्मांड शिव के अंदर समाया हुआ है। जब कुछ नहीं था तब भी शिव थे जब कुछ न होगा तब भी शिव ही होंगे। शिव को महाकाल कहा जाता है, अर्थात समय। शिव अपने इस स्वरूप द्वारा पूर्ण सृष्टि का भरण-पोषण करते हैं। इसी स्वरूप द्वारा परमात्मा ने अपने ओज व उष्णता की शक्ति से सभी ग्रहों को एकत्रित कर रखा है। परमात्मा का यह स्वरूप अत्यंत ही कल्याणकारी माना जाता है क्योंकि पूर्ण सृष्टि का आधार इसी स्वरूप पर टिका हुआ है।
शिव को बिल्वपत्र, पुष्प, चन्दन का स्नान प्रिय हैं। इनकी पूजा के लिये दूध, दही, घी, शकर, शहद इन पांच अमृत जिसे पञ्चामृत कहा जाता है, से की जाती है। शिव का त्रिशूल और डमरू की ध्वनि मंगल, गुरु से संबंधित हैं। चंद्रमा उनके मस्तक पर विराजमान होकर अपनी कांति से अनंताकाश में जटाधारी महामृत्युंजय को प्रसन्न रखता है तो बुधादि ग्रह समभाव में सहायक बनते हैं। महामृत्युंजय मंत्र शिव आराधना का महामंत्र है। आइये आज आपको वे सटीक उपाय बताते हैं जिससे भगवान शिव खुश होकर आपकी जिंदगी बदल देंगे...
1.सोमवार यानी भगवान शिव का दिन और सोम यानी चंद्रमा का दिन। तो इस दिन सुबह उठकर आप भगवान शिव के दर्शन कर शिव चालीसा या शिवाष्टक का पाठ कर सकते हैं। इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपकी समस्याएं अपने आप हल होती जाती हैं।
2. दांपत्य जीवन में परेशानी आ रही हो या विवाह में बाधा आ रही हो तो सोमवार की सुबह गौरी-शंकर रुद्राक्ष शिवजी के मंदिर में चढ़ाएं।
3. सुबह बेलपत्र (बिल्व) पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर मनोरथ बोलकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
4. सोमवार के दिन सुबह किसी शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं। यह दूध किसी तांबे के बर्तन में लाकर अपने व्यवसाय स्थल में पूर्ण श्रद्धा के साथ छिड़क दें और 'ॐ नम: शिवाय:' का जप करते रहें। आपके व्यवसाय में वृद्धि होगी।
5. 'ॐ नमो धनदाय स्वाहा' किसी शिव मंदिर में जाकर रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का 11 माला जप करें। इस मंत्र का जप करने से धन में वृद्धि होती है।