Mahashivratri 2021: महाशिवरात्रि व्रत कैसे करें, जानें पूजा के नियम, शुभ मुहूर्त और लाभ

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 9, 2021 02:09 PM2021-03-09T14:09:45+5:302021-03-09T14:09:45+5:30

महाशिवरात्रि के दिन उपवास करने की परंपरा है। फलाहार किया जा सकता है। शिवरात्रि से एक दिन पहले यानी त्रयोदशी से सात्विक भोजन ही करना चाहिए।

Mahashivratri 2021 vrat vidhim, pooja niyam, auspicious time and benefits | Mahashivratri 2021: महाशिवरात्रि व्रत कैसे करें, जानें पूजा के नियम, शुभ मुहूर्त और लाभ

महाशिवरात्रि पूजा विधि और नियम (फाइल फोटो)

Highlightsमहाशिवरात्रि इस बार 11 मार्च को है, त्रयोदशी यानी 10 तारीख से शुरू कर दें पूजा की तैयारीमहाशिवरात्रि पर निषित काल पूजा का मुहूर्त 11 मार्च को आधी रात में 12.06 बजे से 12.55 बजे तक रहेगाशिवजी को इस दिन पूजा में भांग, धतूरा, बेर चंदन, बेल पत्र, फल और फूल आदि जरूर अर्पित करें

महाशिवरात्रि (Mahashivratri) का व्रत इस बार 11 मार्च को पड़ रहा है। हिंदू धर्म में इसका बहुत महत्व है। यह दिन देवों के देव महादेव और माता पार्वती को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इसी दिन यानी फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।

इसलिए ये मौका बेहद खास हो जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस व्रत को करने से कुंवारी लड़कियों को मनमुताबिक वर प्राप्त होता है। साथ ही वैवाहिक जीवन जी रहे लोगों की जिंदगी में भी प्रेम और खुशियां बनी रहती है। इसके लिए जरूरी है कि व्रत सही विधि से किया जाए। आईए जानते हैं इस बारे में..

महाशिवरात्रि व्रत की शुरुआत कैसे करें

महाशिवरात्रि व्रत की शुरुआत एक तरह से त्रयोदशी तिथि से हो जाती है। इस दिन से लोगों को सात्विक और शुद्ध भोजन लेना चाहिए। इसके बाद चतुर्दशी को पूजा करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए।

महाशिवरात्री के मौके पर रात्रि के चारों पहर में पूजा करने की परंपरा है। अगर संभव नहीं है तो दिन में भी पूजन किया जा सकता है। अगर शिव मंदिर नहीं जा सकते हैं तो घर पर ही पूजन करें।

इस दिन शिवजी को भांग, धतूरा, बेर चंदन, बेल पत्र, फल और फूल आदि जरूर अर्पित करें। वहीं, माता पार्वती के लिए सुहागन महिलाएं सुहाग की प्रतीक जैसे चूड़ियां, बिंदी, सिंदूर आदि अर्पित करती हैं। इस पूरे दिन उपवास करें। फलाहार कर सकते हैं पर नमक का सेवन नहीं करें।

महाशिवरात्रि 2021: शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर निषित काल पूजा का मुहूर्त 11 मार्च को आधी रात में 12.06 बजे (यानी 12 फरवरी) से शुरू होगा और 12.55 बजे तक रहेगा। ये करीब 48 मिनट का मुहूर्त होगा। वहीं शिवरात्रि पारण का समय 12 मार्च की सुबह 06.34  बजे से दोपहर 3.02 बजे तक रहने वाला है। 

महाशिवरात्रि पर रात के पहले पहर में पूजा का मुहूर्त 11 तारीख की रात 6.27 से 9.29 तक होगा। इसके बाद दूसरे पहर का मुहूर्त रात 9.29 से आधी रात 12.31 (12 मार्च) तक का रहेगा। तीसरे पहर का मुहूर्त आधी रात 12.31 बजे से तड़के 3.32 (12 मार्च) तक का होगा। ऐसे ही रात के चौथे पहर का मुहूर्त तड़के 3.32 से सुबह 6.34 (12 मार्च) तक का रहेगा।

Web Title: Mahashivratri 2021 vrat vidhim, pooja niyam, auspicious time and benefits

पूजा पाठ से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे