महाशिवरात्रि 2018: बन रहे हैं दो महासंयोग, इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा शिव भरेंगे आपकी झोली
By गुलनीत कौर | Published: February 12, 2018 04:40 PM2018-02-12T16:40:09+5:302018-02-13T09:21:57+5:30
शिवरात्रि की सुबह नंदी बैल को खिलाएं हरा चारा, इस उपाय से प्रसन्न होंगे भगवान शिव।
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस वर्ष यह पर्व 13 एवं 14 फरवरी दोनों दिन मनाया जाएगा। बता दें कि 13 फरवरी मंगलवार की मध्य रात्रि 10:22 बजे के बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी जो अगले दिन 14 फरवरी दिन बुधवार की रात 12:17 बजे तक रहेगी। 13 फरवरी की अर्ध रात्रि 12:09 पर पूजन का निशीत काल लग जायेगा। तंत्र साधना कर रहे साधकों के लिए यह समय उत्तम, बताया जा रहा है।
इस वर्ष महाशिवरात्रि दो दिन मनाये जाने के कारण भक्तों के बीच व्रत और पूजन के दिन और समय को लेकर दुविधा बनी हुई है। इस दुविधा को हल करते हुए उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि महाशिवरात्रि का व्रत पर्व 13 एवं 14 दोनों दिन किया जा सकता है । क्योंकि दोनों के धर्मशास्त्रीय प्रमाण मिल जाएंगे। 13 फरवरी को महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले 14 फरवरी को प्रातः पारण करेंगे एवं 14 फरवरी को व्रत रखने वाले 14 की शाम ही चतुर्दशी तिथि में इसका पारण कर सकते हैं।
आगे त्रिपाठी जी बताते हैं कि 13 फरवरी को प्रदोष के साथ चतुर्दशी तिथि होने के कारण इसदिन व्रत पूजन का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। इसलिए 13 को ही महाशिवरात्रि व्रत करना ज्यादा ठीक होगा। किन्तु 13 की अर्ध रात्रि में चतुर्दशी तिथि लगने से अगले दिन 14 फरवरी को सूर्य उदय के बाद व्रत करना भी शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार सही माना जाता है। लेकिन 14 को व्रत करने वाले इसी शाम को ही व्रत का पारण भी कर लें।
बन रहे हैं दो बड़े संयोग
इस वर्ष महाशिवरात्रि पर दो विशेष ज्योतिष संयोग बन रहे हैं। 12 फरवरी की मध्य रात्रि सूर्य देव राशि परिवर्तित कर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। परिणामस्वरूप यह सूर्य संक्रांति का संयोग बनाता है जो कि एक बहुत बड़ा पुण्यकाल बताया जा रहा है। इस संक्रांति काल में किए गए शास्त्रीय उपायों से विसहश लाभ पाए जा सकते हैं। दूसरा बड़ा संयोग 13 फरवरी को मंगलवार और कृष्ण पक्ष की त्रियोदशी तिथि के कारण बन रहा है। यह संयोग रोग मुक्ति एवं संतान प्राप्ति के लिए उत्तम माना जा रहा है।
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महाशिवरात्रि का महत्व
ज्योतिर्विद पं दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली ने बताया कि मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव अर्ध रात्रि में ब्रह्मा जी के अंश से लिंग रूप में प्रकट हुए थे। कई जगहों पर मान्यता है कि इसी दिन भोले नाथ का गौरी माता से विवाह भी हुआ था। पूरे भारत में यह पर्व शिव के जन्मोत्सव के साथ शिव-पारवती के विवाह की खुशियों के रूप में भी मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि पर करें ज्योतिष उपाय
महाशिवरात्रि के पावन दिन पर विधि विधान से भगवान भोले नाथ की पूजा अर्चना की जाती है, मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव भक्तों की पुकार शीघ्र सुन लेते हैं और मन की हर मुराद पूरी करते हैं। त्रिपाठी जी के अनुसार इस वर्ष धन-वैभव ,सुख -संपन्नता कारक ग्रह शुक्र अपनी मित्र राशि कुम्भ उच्चाभिलाषी में विद्यमान है ,मंगल अपनी राशि वृश्चिक में विद्यमान होगा जो सभी मनोकामनाओं को पूरा करने वाला है। आगे जानें कुछ खास ज्योतिष उपाय जिन्हें महाशिवरात्रि के दिन करने से भगवान शिव प्रसन्न होंगे और आपकी समस्त मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं।
1. विवाह बाधा से मुक्ति के लिए
विवाह नहीं हो रहा है या किसी प्रकार की अड़चन आ रही है तो महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर केसर मिला कर दूध चढ़ाएं। ऐसा करने से जल्दी ही विवाह के योग बन सकते हैं।
2. धन प्राप्ति के लिए उपाय
धन का अभाव है या आया हुआ धन अधिक समय तक रुकता नहीं है तो महाशिवरात्रि की सुबह आटे की छोटी छोटी गोलियां बनाएं और शिव का ध्यान करते हुए मछलियों को खिलाएं। यदि मछलियां ना मिल पाएं तो इन गोलियों को बहते जल में प्रवाहित कर दें। कुछ ही दिनों में धन संबंधी समस्याएं कम हो जाएंगी।
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3. इच्छापूर्ति के लिए
शिवरात्रि पर 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ॐ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे आपकी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं।
4. सुख पाने के लिए
जीवन में सुख की कमी हो, मानसिक तनाव से जूझ रहे हों तो शिवरात्रि पर नंदी (बैल) को हरा चारा खिलाएं। इस उपाय को करने से जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और परेशानियों का अंत होगा ।
5. पितृ शांति के लिए
शिवरात्रि पर पितृ पक्ष की शांति के लिए भी विशेष उपाय किए जा सकते हैं। इसदिन गरीबों को भोजन कराएं, वस्त्र दान करें, ऐसा करने से पितर पक्ष प्रसन्न होंगे और घर में धन-सुख का आगमन होगा।
6. मानसिक शांति के लिए
शिवरात्रि की सुबह मंदिर जाकर "ॐ नम: शिवाय" मंत्र का जप करते हुए शिवलिंग अभिषेक करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
7. संतान प्राप्ति के लिए उपाय
शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं व 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।