शुक्रवार शाम को इस विधि से करें मां लक्ष्मी की पूजा, मिट जाएगी पैसों की समस्या
By गुणातीत ओझा | Published: July 31, 2020 11:04 AM2020-07-31T11:04:20+5:302020-07-31T11:04:20+5:30
शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। मां लक्ष्मी की कृपा से आपके घर में पैसे की कमी कभी नहीं होगी।
शुक्रवार (Friday) का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। आज शुक्रवार की शाम मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की पूजा से पैसों की समस्या खत्म हो जाती है। शास्त्रों के अनुसार शुक्रवार को विधि-विधान से पूजा करने वाले भक्तों से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उनपर धन की वर्षा करती हैं। घर में सुख-शांति और समृद्धि बनाए रखने के लिए लोग शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं। मान्यता है कि मां लक्ष्मी की पूजा करने से पैसों (Money) की कमी कभी नहीं होती है। आइये आपको बताते हैं मां लक्ष्मी की कृपा के लिए और आर्थिक परेशानी को दूर करने के लिए शुक्रवार की शाम किस विधि से मां लक्ष्मी की पूजा करें...
पूजन विधि
-घर में ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें मां लक्ष्मी के हाथों से धन गिर रहा हो। अगर आपके हाथों में पैसा नहीं रुकता और बहुत ज्यादा खर्च होता है तो ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें मां लक्ष्मी खड़ी हों और उनके हाथों से धन गिर रहा हो।
-मां की तस्वीर के सामने दीया जरूर जलाएं। मां लक्ष्मी के सामने हमेशा घी का दीया ही जलाएं।
-मां लक्ष्मी को इत्र चढ़ाएं और उसी इत्र का नियमित इस्तेमाल करें।
-अगर बेवजह धन ज्यादा खर्च हो रहा है तो मां के चरणों में हर दिन एक रुपये का सिक्का अर्पित करें और उसे जमा कर महीने के अंत में किसी सौभाग्य की धनी स्त्री को दे दें।
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष, सिंह और धनु राशि के लोगों के लिए वरलक्ष्मी के स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
मां लक्ष्मी की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुम को निश दिन सेवत, हर विष्णु विधाता…
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता
सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
दुर्गा रूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता
कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भव निधि की त्राता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
जिस घर तुम रहती सब सद्गुण आता
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता
ॐ जय लक्ष्मी माता…।।