कार्तिक पूर्णिमा 2018: इस पूर्णिमा करें ये आसान से 5 उपाय, कभी नहीं होगी धन की कमी
By मेघना वर्मा | Published: November 23, 2018 08:33 AM2018-11-23T08:33:18+5:302018-11-23T08:33:18+5:30
कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान अवश्य करें। कोशिश करें कि पूरा परिवार गंगा स्नान करे। साथ ही घाट पर एक साथ गंगा का पूजन करें।
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा के दिन को पूजनीय माना जाता है। लोग साल भर महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा में पूजा-अर्चना और उपासना करते हैं। कार्तिक माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को भी बेहद शुभ माना जाता है। सनातन धर्म के लोग इस दिन ना सिर्फ पूजा-पाठ करते हैं बल्कि हवन और गंगा स्नान के साथ दीपों का दान भी करते हैं। इस दिन को देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन महादेव त्रिपुरासुर नामक असुर का संहार किया था। इसी कारण इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहा जाता है।
इस बार कार्तिक पूर्णिमा 23 नवंबर 2018 को पड़ रही है। पूर्णिमा तिथि इस बार 22 नवंबर को 12 बजकर 55 मिनट से शुरू होगी जो 23 तारिख को 11 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी। इस बार आकाश से अमृत वृष्टि होगी। जिसे पाने के लिए श्रद्धालुओं को उपाय करने होंगे। अगर आप भी अपने घर में सुख-शांति चाहते हैं और चाहते हैं कि कभी पैसों की कमी ना हो तो आप कर सकते हैं ये उपाय।
करें ये आसान से 5 उपाय
1. घर की करें सफाई
देव दीपावली से पहले चूंकी पूरे घर की साफ-सफाई हो जाती है तो बहुत से लोग कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर को साफ नहीं करते। मगर ऐसा कतई ना करें देव दीपावली के दिन भी घर को अच्छे से साफ करें। ध्यान में रखें कि किसी भी कोने में गंदगी ना हो ऐसा करने से घर में लक्ष्मी जी का आगमन होता है।
2. बनाएं रंगोली और स्वास्तिक
भारतीय सभ्यता में रंगोली को शुभ माना गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भी घर के बाहर रंगोली जरूर बनाएं। आटे से या रंग से ही घर के बाहर और पूजा के स्थान पर स्वास्तिक भी जरूर बनाएं ऐसा करना शुभ माना जाता है।
3. करें गो दान
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान अवश्य करें। कोशिश करें कि पूरा परिवार गंगा स्नान करे। साथ ही घाट पर एक साथ गंगा का पूजन करें। इस दिन गो दान को भी बेहद शुभ बताया गया है। तो आप गंगा के किनारे ही गो दान भी जरूर करें।
4. दीपदान करें
देव दीपावली पर अपने घर से दीप दान जरूर करें। इससे घर की सभी परेशानियां दूर होंगी। साथ ही घर में सुख का वास होता है। अगर आप दीपदान नहीं कर सकते तो मंदिर में जाकर दीप जरूर जलाएं।
5. चांद को चढ़ाएं मिश्री और खीर
कार्तिक पूर्णिमा के दिन चांद को जरूर देखें और साथ ही उसे मिश्री और खीर का भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद इस प्रसाद को पूरे घर वालों को दें और स्वंय ग्रहण करें।