पौष के इस महीने में करें सूर्य उपासना, ये 10 उपाय बदलेंगे आपकी किस्मत
By गुलनीत कौर | Published: December 27, 2018 07:22 AM2018-12-27T07:22:21+5:302018-12-27T07:22:21+5:30
पौष के इस पवित्र महीने में जब आप घर से बाहर निकलें तो रास्ते में जब भी आपको सूर्य मंदिर दिखे तो सिर झुकाते हुए प्रणाम करके निकलें
हिन्दू धर्म में 33 कोटि यानी 33 प्रकार के देवी देवताओं का वर्णन मिलता है। हिन्दू शास्त्रों में पंचदेवों का भी वर्णन मिलता है। ये पांच देवों हैं - भगवान गणेश, भगवान शिव, भगवान विष्णु, आदिशक्ति दुर्गा और सूर्य देव। इन पाँचों में से सूर्य देव एकमात्र ऐसे देवता हैं जिन्हें हम देख सकते हैं और रोजाना उनके दर्शन करते हैं। इसलिए शास्त्रों में रोजाना सुबह सूर्य उपासना के साथ ही दिन शुरू करने का महत्व बताया गया है।
इस समय पौष का महीना चल रहा है। हिन्दू कैंलेंडर के विभिन्न महीनों की तरह ही इस महीने का भी अपना महत्व है। मान्यता है कि पौष के महीने में सूर्य उपासना अवश्य करनी चाहिए। ऐसा करने से घर परिवार में खुशियाँ आती हैं और समाज में मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होती है। यहां हम आपको सूर्य देव से जुड़े 10 विशेष शास्त्रीय उपाय बताने जा रहे हैं। पौष के पूरे महीने यानी 14 जनवरी तक इन्हें लगातार करें। आप समाज में पद, प्रतिष्ठा एवं सम्मान प्राप्त करेंगे।
1) पौष के महीने में सुबह सूर्य उदय होने से पहले ही उठ जाएं और नहाकर तैयार हो जाएं। सूर्य उदय होते समय सूर्य देव को अर्घ्य दें और इस मंत्र का निरंतर जाप करें - "ॐ सूर्याय नमः''
2) सूर्य देव को अर्घ्य देते समय तांबे के लोटे का इस्तेमाल करें। यदि संभव हो तो इस जल में गुलाब की पंखुड़ियां डालकर सूर्य देव को जल अर्पित करें
3) पौष के इस पवित्र महीने में जब आप घर से बाहर निकलें तो रास्ते में जब भी आपको सूर्य मंदिर दिखे तो सिर झुकाते हुए प्रणाम करके निकलें
4) सूर्य देव को अर्घ्य देने के अलावा पौष के महीने में हर रविवार गुड़ का दान करें। ऐसा करने से भी सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं
5) सूर्य देव को जल देने और गुड़ का दान देने के साथ पौध के महीने में भगवान सूर्य की तांबे से बनी मूर्ति घर ले आएं। इस मूर्ति को रोज पूजा करें
6) यदि घर में बच्चे पढ़ाई में कमजोर हो रहे हैं तो रोज सुबह उनसे सूर्य को जल अर्पित करवाएं। हर रविवार उनसे गुड़ और रोटी का दान भी कराएं। ऐसा करने से सूर्य देव खुश होकर बच्चों को 'मानसिक तेज' प्रदान करेंगे
7) पौष के पूरे महीने में सूर्य देव के इन दो मंत्रों का कम से कम एक माला (108 बार) जाप करें - ''ॐ आदित्याय नमः'', ''ॐ भास्कराय नमः''
8) यदि आपकी कुंडली में सूर्य की अशुभ स्थिति चल रही है या सूर्य देव संबंधी कुंडली दोष है तो पौष के पूरे महीने सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें। कुंडली दोष शांत हो जाएगा
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9) यदि समाज में आपकी स्थिति बुरी हो गई है, लोग आपको सम्मान नहीं दे रहे हैं तो पौष के महीने में सूर्य उपासना का सहारा लें। सूर्य को अर्घ्य दें
10) सूर्य उपासना का लाभ पाना हो तो पौष के महीने में रोजाना सुबह जल्दी उठें। सूर्य उपासना करने वाले जातक को देर तक सोना नहीं चाहिए। ऐसा करने से सूर्य देवता नाराज हो जाते हैं