होलिका दहन की रात अगर आपने आज तक नहीं किए ये पांच काम तो इस बार कीजिए, फिर होगा कुछ ऐसा असर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 29, 2020 11:16 AM2020-02-29T11:16:26+5:302020-02-29T11:35:45+5:30
Holika Dahan: होली से ठीक एक दिन पहले होलिका जलाई जाती है। इसलिए इस रात का बहुत महत्व है। ये वो रात है जब सत्य पर असत्य की जीत हुई थी। इसलिए इस रात को कुछ उपाय से आपके जीवन पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
Holika Dahan:होली का त्योहार करीब है। इस साल 10 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा जबकि 9 मार्च को होलिका दहन है। होलिक दहन पर देश भर के चौक-चौराहों, गली-मोहल्लों में होलिका जलाने की परंपरा है। इसके अगले दिन होली खेली जाती है। होलिका दहन को लेकर पौराणिक कथा है कि इसी दिन हिरण्यकश्यप की बहन होलिका विष्णु भक्त बालक प्रह्लाद को गोद में लेकर अग्नि में बैठी थी।
होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह अग्नि में नहीं जलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद को खरोंच भी नहीं आई जबकि होलिका जल कर मर गई। असत्य पर सत्य की इसी जीत की याद में अगले दिन होली मनाई जाती है। इस लिए होलिका दहन की रात बहुत महत्वपूर्ण है। इस मौके पर आज हम आपको होलिका दहन की रात से जुड़े कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिसका पालन करने से शुभ फल प्राप्त होते हैं।
1. आर्थिक संकट होगा दूर: होलिका दहन की रात जब चांद नजर आए तो चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे और मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें। साथ ही दूध से चंद्रमा को अर्घ्य दें। सफेद मिठाई तथा केसर मिश्रित साबूदाने की खीर भी अर्पित करें। बाद में प्रसाद और मखानों को बच्चों में बांट दें। इसके बाद अगले कुछ और पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध का अर्घ्य दें। मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से आर्थिक संकट दूर होता है और समृद्धि बढ़ती है। कुछ महीनों तक ऐसा करने पर आपको भी अंतर नजर आने लगेगा।
2. बीमारी से छुटकारा: अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं, तो इसके लिए भी उपाय है। होलिका दहन की रात को आप इस मंत्र का जाप तुलसी की माला से करें। मंत्र- ऊं नमो भगवते रुद्राय मृतार्क मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा। इस मंत्र से आपको लाभ मिलेगा।
3. ग्रह होंगे अनुकूल: होलिका दहन की रात उत्तर दिशा में सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल रखें। अब उस पर नवग्रह यंत्र स्थापित करें। उस पर केसर का तिलक करें, घी का दीपक लगाएं और मंत्र का जाप करें। जाप पूरा होने पर यंत्र को पूजा स्थान पर स्थापित करें, ग्रह आपके अनुकूल होने लगेंगे।
ये है मंत्र- ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।
4. व्यापार में समृद्धि: होलिका दहन की रात एकाक्षी नारियल को लाल कपड़े में गेहूं के आसन पर स्थापित करें और सिंदूर का तिलक करें। मूंगे की माला से मंत्र का जाप करें। 21 माला जाप होने पर इस पोटली को दुकान में ऐसे स्थान पर टांग दें, जहां ग्राहकों की नजर इस पर पड़ती रहे। इससे व्यापार में सफलता मिलने के योग बन सकते हैं। मंत्र- ऊं श्रीं श्रीं श्रीं परम सिद्धि व्यापार वृद्धि नम:।
5. विवाह के लिए उपाय: होली के दिन सुबह एक पान के पत्ते पर सुपारी और हल्दी की गांठ शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा पीछे पलटे बगैर अपने घर आ जाएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। इससे आपके विवाह के योग बन सकते हैं।
नोट: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं।