होली पर करें हनुमान जी का ये अचूक टोटका, बजरंगबली हर बुरी नजर से करेंगे आपकी रक्षा
By गुलनीत कौर | Published: March 15, 2019 05:03 PM2019-03-15T17:03:59+5:302019-03-15T17:03:59+5:30
20 मार्च की सुबह 10 बजकर 45 मिनट से अशुभ काल भद्रा प्रारंभ हो जाएगा जो कि रात 8 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। रात 9 बजे के बाद ही होलिका दहन किया जाएगा।
होली 2019 का शुभ त्योहार 20 और 21 मार्च को धूमधाम से मनाया जाएगा। 20 मार्च की रात होलिका दहन पूजा के बाद अगले दिन रंग, गुलाल, अबीर के साथ रंगों का पर्व मनाया जाएगा। पंचांग के अनुसार 14 मार्च से होलाष्टक शुरू हो चुके हैं। यह कुल एक सप्ताह का अशुभ काल है जो कि 20 मार्च को होलिका दहन पूजन के साथ ही समाप्त होगा। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित होता है।
होलिका दहन पूजा शुभ मुहूर्त
20 मार्च की सुबह 10 बजकर 45 मिनट से अशुभ काल भद्रा प्रारंभ हो जाएगा जो कि रात 8 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। तो इस हिसाब से रात 9 बजे के बाद ही होलिका दहन किया जाएगा। होलिका दहन के दौरान भद्रा काल का अत्यंत ध्यान दिया जाता है। भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही होलिका दहन किया जाता है।
होली के टोटके
होली को जहां एक ओर रंगों के साथ जोड़ा जाता है वहीं दूसरी ओर ये त्यौहार तंत्र-मंत्र से भी जुड़ा है। होली के दौरान बनने वाले संयोगों एवं नक्षत्रों की उपस्थिति में कई तांत्रिक साधनाएं की जाती हैं। इसके अलावा घर-परिवार एवं जीवन में खुशियाँ प्राप्त करने के लिए शास्त्रीय टोटके भी किए जाते हैं।
आज हम आपको हनुमान जी से जुड़ा एक विशेष टोली का टोटका बताने जा रहे हैं। हनुमाना जी, जिन्हें धर्म शास्त्रों में पवनपुत्र, बजरंगबलि के नाम से जाना जाता है वे अपने भक्तों के दुःख हर लेते हैं। बुरी शक्तियों एवं शत्रुओं से भक्त की रक्षा करते हैं। होली के शुभ अवसर पर यदि आप हनुमान जी का ये टोटका कर लेंगे तो आने वाली कई मुसीबत से आपको मुक्ति मिल जाएगी।
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होली पर करें हनुमान जी का ये टोटका
ये टोटका पान से होगा। हिन्दू धर्म में पान को शुभ माना जाता है। पूजा के दौरान भी पान के पत्तों का इस्तेमाल होता है। उपाय के अनुसार आपको पान में कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बुरा, सुमन कतरी डालनी है। इन सब चीजों के मिश्रण से एक प्यार तैयार करें।
ध्यान रहे, इस पान में चूनाम तम्बाकू, सुपारी गलती से भी ना डालें। साथ ही यह पान एकदम ताजा होना चाहिए। पाने के पत्ते गले या फटे हुए नहीं होने चाहिए। पान मीठा और रसभरा हो, इस बात का भी ध्यान रखें। पान बनाने के बाद सबसे पहले हाथ जोड़कर हनुमान जी की पूजा करें।
हनुमान जी से जुड़े किसी भी पाठ का ध्यान करें या फिर हनुमान जी के वैदिक मंत्र का एक माला जाप करें। इसके बाद अंत में हनुमा जी को भोग के रूप में पान अर्पित करें। पान अर्पित करते हुए हाथ जोड़कर हनुमान जी से अपने जीवन में पान के मीठेपन की तरह ही मिठास भरने की प्रार्थना करें।