आपके अंदर दिखें ये 3 लक्षण तो समझिए खराब है गुरु की दशा, पहचानिए ये संकेत और कीजिए उपाय
By मेघना वर्मा | Published: March 29, 2020 11:30 AM2020-03-29T11:30:26+5:302020-03-29T11:30:26+5:30
ज्योतिष की दृष्टि में गुरु ग्रह को सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। ये फल हमेशा शुभ फल ही देता है लेकिन जब ये अशुभ फल देता है तो लोगों को मुसीबत का सामना भी करना पड़ सकता है।
ज्योतिष का हमारे जीवन पर गहरा असर पड़ता है। हमारी राशियों की चाल से हमारे बहुत सारे काम प्रभावित होते हैं। सिर्फ काम ही नहीं हमारी इच्छा शक्ति पर भी राशियां असर डालती हैं। वहीं ज्योतिष शास्त्र में जिस किसी की भी राशि पर गुरु ग्रह चढ़ता है शुभ ही माना जाता है।
ज्योतिष की दृष्टि में गुरु ग्रह को सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। ये फल हमेशा शुभ फल ही देता है लेकिन जब ये अशुभ फल देता है तो लोगों को मुसीबत का सामना भी करना पड़ सकता है। आपकी जन्मकुंडली में गुरु किस अवस्था में हैं इसका पता लगाया जा सकता है। जब ये लक्षण दिखाई दें तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपकी कुंडली में गुरु कुछ नाराज हैं-
मान-सम्मान में कमी
गुरु मान और प्रतिष्ठा का स्वामी है। जब ये आपकी कुंडली में शुभ फल देते हैं तो व्यक्ति को सम्मान के साथ पुरस्कार भी दिलाते हैं। मगर जब आपको इसमें कमी महसूस होने लगे तो समझ लेना चाहिए कि गुरु अशुभ फल दे रहा है।
पेट संबंधी रोग
गुरु का अशुभ होना आपके पाचन तंत्र के लिए भी शुभ नहीं। जब व्यक्ति को आए दिन पेट संबधी बिमारी रहे तो समझ लेना चाहिए कि आपका गुरु ठीक नहीं चल रहा। ऐसे में तुरंत डाक्टर की सलाह भी लेनी चाहिए और गुरु को मनाने के लिए उपाय भी करना चाहिए।
उच्च पद पाने में बार-बार बाधा
देव गुरु बृहस्पति अगर आपकी कुंडली में नाराज बैठें हैं तो आपका उच्च पद पाने में भी दिक्कत होगी। इसके लिए आपको गुरु को मनाने का कुछ उपाय जरूर करना चाहिए।
गुरु को मनाने के लिए उपाय
1. गुरु का रंग पीला होता है इसलिए कोशिश करें कि अपने पास हर वक्त कोई पीला वस्त्र रखें। जैसे रूमाल आदि।
2. हर गुरुवार को पीला वस्त्र जरूर धारण करें।
3. गुरु को मनाने के लिए आप ब्रह्मा की उपासना भी कर सकते हैं।
4. नाभि पर केसर का तिलक लगाएं। इससे गुरु प्रसन्न होते हैं।
5. अपने जीवन में मौजूद हर किसी का सम्मान करें खासकर अपने गुरुओं का।