Dussehra 2021 Date: दशहरा कब है ? जानें तिथि, पूजा मुहूर्त और महत्व
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 23, 2021 01:34 PM2021-09-23T13:34:39+5:302021-09-23T13:37:52+5:30
दशहरा सनातन धर्म महत्वपूर्ण पर्व है। यह पावन पर्व बुराई पर अच्छाई, अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य की जीत है। इस पर्व को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है।
दशहरा हर साल आश्विन मास शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस पर्व को विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन शस्त्र पूजन और रावण के पुतले का दहन किया जाता है। सनातन धर्म में इस पावन पर्व का विशेष महत्व है। इस पावन को बुराई पर अच्छाई, अधर्म पर धर्म, असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस साल दशहरा पर्व 15 अक्टूबर 2021 को मनाया जाएगा।
विजयादशमी मुहूर्त
आश्विन शुक्ल पक्ष की दशमी 14 अक्टूबर 2021 को शाम 6.52 बजे से आरंभ हो जाएगी, जो अगले यानी 15 अक्टूबर को शाम 6.02 बजे तक रहेगी। इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 2.02 बजे से 2.48 बजे रहेगा। वहीं अपर्णा पूजा का मुहूर्त दोपहर 1:16 बजे शुरू होगा और दोपहर 3:34 बजे समाप्त होगा।
पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें। इसके बाद गेंहू या चूने से दशहरा की प्रतिमा बनाएं। गाय के गोबर से 9 गोले व 2 कटोरियां बनाकर, एक कटोरी में सिक्के और दूसरी कटोरी में रोली, चावल, जौ व फल रखें। अब प्रतिमा को केले, जौ, गुड़ और मूली अर्पित करें। सामार्थ्य के अनुसार ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा दें और गरीबों को भोजन कराएं। रावण दहन के बाद शमी वृक्ष की पत्ती अपने परिजनों को देकर उनका आशीर्वाद लें।
दशहरा के धार्मिक महत्व
विजयादशमी से दो पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। पहली मान्यता ये है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर देवलोक को उसके आतंक से मुक्त कराया था। मां शक्ति और महिषासुर के बीच दस दिनों तक युद्ध चला था। वहीं दूसरी मान्यता ये है कि भगवान श्री ने विजयादशमी के दिन लंकापति रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी और मां सीता को उसके चंगुल से आजाद कराया था। इसलिए हर साल दशहरा के दिन देशभर में रावण के पुतले फूंके जाते हैं।