बड़ी ज्योतिषीय घटनाः राहु के कारण कम होगा करोना वायरस का असर, जानें किस दिन बदल रही है राहु की चाल
By गुणातीत ओझा | Published: September 7, 2020 05:35 PM2020-09-07T17:35:56+5:302020-09-08T10:50:13+5:30
राहु 23 सितंबर 2020 को सुबह 8.20 बजे मिथुन से वृषभ राशि में गोचर करेगा। राहु 12 अप्रैल 2022 तक इसी राशि में स्थित रहेगा। राहु की चाल हमेशा उल्टी दिशा में होती है।
राहु 23 सितंबर 2020 को सुबह 8.20 बजे मिथुन से वृषभ राशि में गोचर करेगा। राहु 12 अप्रैल 2022 तक इसी राशि में स्थित रहेगा। राहु की चाल हमेशा उल्टी दिशा में होती है। राहु का राशि परिवर्तन इस साल की सबसे बड़ी ज्योतिषीय घटनाओं में से एक है। अतः इसका प्रभाव भी सभी राशियों पर जबरदस्त तरीके से पड़ेगा। पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि चूकिं राहू का असर कोरोना वायरस से भी जुड़ा दिख रहा है। ऐसे में इसके राशि परिवर्तन से कोरोना से का असर न्यूनतम स्थिति में आने की भी संभावना है। राहु राशि परिवर्तन से जातक को अचानक लाभ अचानक कष्ट या नुकसान देखने को मिल सकता है। प्रदेश व देश के विकास में सहायक होगा तो सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगी। राहू में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण।
राहु एक अशुभ ग्रह है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राहु एक अशुभ ग्रह है। हालांकि अन्य ग्रहों की तुलना में (केतु को छोड़कर) इसका कोई वास्तविक आकार नहीं है। इसलिए राहु को छाया ग्रह कहा जाता है। स्वभाव के अनुसार, राहु को पापी ग्रह की संज्ञा दी गई है। आमतौर पर कुंडली में राहु का नाम सुनते ही लोगों के मन में भय उत्पन्न हो जाता है। परंतु कोई भी ग्रह शुभ या अशुभ नहीं होता है बल्कि उसका फल शुभ-अशुभ होता है। यदि कुंडली कोई ग्रह मजबूत स्थिति में होता है तो वह शुभ फल देता है। राहु को किसी भी राशि का स्वामित्व प्राप्त नहीं है। ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि वहीं जब कमजोर स्थिति में होता है तो उसके फल नकारात्मक मिलते हैं। यहां हम राहु ग्रह की बात कर रहे हैं। राहु को अशुभ फल देने वाला ग्रह माना जाता है। लेकिन यह पूर्ण रूप से सत्य बात नहीं है। राहु कुंडली में शुभ होने पर शुभ फल भी देता है। इसके शुभ फल से व्यक्ति धनवान और राजयोग का सुख भी प्राप्त करता है।
कोरोना वायरस हो सकता है कमजोर
राहू का असर कोरोना वायरस से भी जुड़ा दिख रहा है। ऐसे में इसके राशि परिवर्तन से कोरोना से का असर न्यूनतम स्थिति में आने की भी संभावना है। राहु राशि परिवर्तन से जातक को अचानक लाभ अचानक कष्ट या नुकसान देखने को मिल सकता है। प्रदेश व देश के विकास में सहायक होगा तो सत्ता पक्ष में बेचैनी बढ़ाएगी। राहू में जहां शनि के गुण होते हैं तो केतु में मंगल के गुण।
समस्या लेकर आता है राहु
राहु प्रदर्शन कराने वाला होता है। यह गुब्बारे जैसा होता है जो जगह अधिक घेरता है जबकि अंदर कुछ नहीं होता है। राहु ओवर कॉन्फिडेंट भी बनाता है जो बाद में समस्या का कारण बनता है। ओवर कॉन्फिडेंस को नियंत्रित करके रखा जाए तो यह व्यक्तित्व का काफी प्रसार करता है। व्यक्ति बहिर मुखी हो जाता है अपनी बात को सबके सामने रखने में निपुण हो जाता है। वैसे यह भी देखा गया है कि कई बार व्यक्ति को करियर में अच्छी उन्नति भी मिलती है। विज्ञापन राजनीति मार्केटिंग सेल्स संबंधित क्षेत्र से जुडे लोगों को इस राहु से लाभ भी होता है।
भ्रमित करता है राहु
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि राहु में थोड़ा भ्रम भी रहता है तो कई बार ऐसा भी हो जाता है कि व्यक्ति के सामने कई रास्ते आ जाएं जिसमें उसको सही चुनाव करना कठिन हो जाए। फूड प्वाइजनिंग डायरिया कैंसर व आकस्मिक दुर्घटना कराने में मुख्य भूमिका राहु ही निभाते है। राहु सर्प है और चंदन के ऊपर सर्प के विष का प्रभाव नहीं पड़ता है। राहु जिस राशि के ऊपर संचरण करता है उस राशि वाले को विष का भय रहता है राहु की वजह से किसी प्रकार की एलर्जी का भी सामना करना पड़ सकता है। राहु विष कारक होता है ज्योतिष के अनुसार राहु जिस राशि से गुजरता है वहां पर अपने विष का प्रभाव छोड़ता है।