देवशयनी एकादशी आज, मंदिरों में होगी भगवान विष्णु की आराधना, जानें कितने महीने तक नहीं होगा कोई शुभ काम
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 12, 2019 08:21 AM2019-07-12T08:21:13+5:302019-07-12T08:21:13+5:30
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर 12 जुलाई को देवशयनी एकादशी मनाई जाएगी. इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु क्षीरसागर में शयन करते हैं और चार माह बाद उन्हें उठाया जाता है. इस संबंध में जानकारी देते हुए पंडित उमेश तिवारी ने बताया कि एकादशी की तिथि शुक्रवार सूर्योदय से प्रारंभ होगी जो मध्य रात्रि 1.51 मिनट तक होगी. अब भगवान श्रीहरि विष्णु आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन के पश्चात कार्तिक एकादशी के दिन (कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी) देवउठनी एकादशी मनाई जाएगी.
उन्होंने बताया कि इन चार महीने के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं. चार महीने बाद देवउठानी एकादशी से सभी मंगल कार्य शुरू होंगे. इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष इस एकादशी के दिन शुभ संयोग बने हैं जो इस एकादशी के महत्व को कई गुणा बढ़ा रहे हैं. देवशयनी एकादशी कथा मंत्र और मुहूर्तहरिशयन एकादशी पर सर्वार्थ सिद्घि योग होगा.
इस योग के कारण इस दिन भगवान विष्णु का पूजन-व्रत अत्यंत शुभ फलदायी होगा. पं. तिवारी के अनुसार इन चार माह में ऋषिऋण चुकाने का शुभ अवसर भी है. इसके अलावा कृतज्ञता व्यक्त करने, तप करने, व्रत करने, संयम, सहजता, शांति, माधुर्य से जीवन को दिशा प्रदान करने का अवसर है.
नागपुर के मारुति देवस्थान में कीर्तन आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर किशोर बल्लाल, लता जोशी व प्रज्योति महिला भजन मंडल की ओर से मारुति देवस्थान ट्रस्ट रामदासपेठ में 12 व 13 जुलाई को शाम 4.30 बजे से श्यामबुवा धुमकेकर के कीर्तन आयोजित किए गए हैं. कार्यक्रम सुशीला बल्लाल की स्मृति में आयोजित किया गया है.