Dev Uthani Ekadashi 2019: पीपल के पेड़ के नीचे करें इन 2 मंत्रों का जाप, जीवनभर छाई रहेगी खुशहाली
By मेघना वर्मा | Published: November 2, 2019 07:35 AM2019-11-02T07:35:04+5:302019-11-02T07:35:04+5:30
देवश्यनी एकादशी के बाद से सभी शुभ कार्य बंद हो जाते हैं। जो की देवउठनी एकादशी पर ही आकर वापिस से शुरू होते हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी नींद से जागते हैं।
इस साल देवउठनी एकादशी 8 नवंबर को पड़ रही है। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष को मनाई जाने वाली देवउठनी या देवोत्थान एकादशी पर भगवान श्रीविष्णु की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी चार महीने की नींद से जागते हैं। बताया तो ये भी जाता है कि इस दिन सभी देवता जागते हैं। इसी दिन के बाद से सारे शुभ और मांगलिक काम भी शुरू हो जाते हैं।
देवउठनी एकादशी की महत्ता
देवश्यनी एकादशी के बाद से सभी शुभ कार्य बंद हो जाते हैं। जो की देवउठनी एकादशी पर ही आकर वापिस से शुरू होते हैं। माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी नींद से जागते हैं। कार्तिक मास में आने वाली इस एकादशी को देवोत्थान, देवउठनी या प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु को पूजा जाता है।
इस दिन विष्णु भगवान की खास तरह से पूजा भी की जाती है। इस दिन कुछ मंत्रों के उपाय से भगवान विष्णु को प्रसन्न कर सकते हैं। इस दिन किसी मंदिर में लगे पीपल के पेड़ के नीचे कुछ खास मंत्रों के उच्चारण करने से काफी लाभ मिलता है। आइए हम बताते हैं आपको कौन से हैं वो मंत्र जिन्हें जपने से मिलेगा फायदा।
देवउठनी एकादशी पर करें इन मंत्रों का जाप
1. अयं निजः परो वेति गणना लघु चेतसाम् | उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम् |
2. सत्यस्य वचनं श्रेयः सत्यादपि हितं वदेत्।
यद्भूतहितमत्यन्तं एतत् सत्यं मतं मम्।।
क्या है देवउठनी एकादशी का शुभ मुहूर्त
देवउठनी एकादशी 2019 तिथि देवउठनी एकादशी 2019 में कार्तिक मास की शुक्लपक्ष तिथि में 8 नवंबर 2019 को है।
देवउठनी एकादशी तिथि प्रारम्भ - सुबह 9 बजकर 55 मिनट से ( 7 नवम्बर 2019)
देवउठनी एकादशी तिथि समाप्त - अगले दिन दोपहर 12 बजकर 24 तक (8 नवम्बर 2019)