देव दीपावली 2018: 20 लाख दीपों से जगमगाऐंगे काशी के 84 घाट, 50 लाख रुपयों की मिली है मंजूरी
By मेघना वर्मा | Published: November 19, 2018 10:57 AM2018-11-19T10:57:46+5:302018-11-19T10:57:46+5:30
देव दीपावली के इस खास मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआबाबा आश्रम में षष्ठम सतुआबाबा जगदगुरु यमुनाचार्य महाराज की अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे।
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर हर साल पूरे उत्तर भारत में देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है। धर्म की नगरी काशी में इसका अलग ही रंग देखने को मिलता है। बनारस के गंगा घाटों पर झिलमिलाते दीयों के बीच मां गंगा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस बार 23 नवंबर को पड़ने वाला देव दीपावली का ये उत्सव काशी काशी के लिए भी खास बन गया है। 25 साल बाद इसका नया स्वरूप सिर्फ हमें देखने को मिलेगा।
इस देव दीपावली में काशी के अर्ध्दचंद्राकरा गंगा तट के 84 घाटों पर जगमगाते दीपों के साथ फूलों की विशेष सजावट की जाएगी। गंगा की रेत पर दीये जलाकर रामलीला व श्रीकृष्ण की लीला और झांकिया दिखाई जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार देव दीपावली के इस मौके पर बेटी बचाओ और स्वच्छता अभियान जैसे संदेश भी दिए जाएंगे।
50 लाख रुपयों की मिली है मंजूरी
इस साल देव दीपावली के इस पर्व को उत्साह और धूम-धाम से मनाने के लिए राज्य सरकार ने 50 लाख रुपये तक की मंजूरी दे दी है। इन रुपयों से घाटों को सजाने का काम किया जाएगा। घाटों पर तैयारी का ये काम इस समय अपने अंतिम चरण में है। वहीं गंगा में चलने वाली बोट और नाव की भी सज्जा पर ध्यान दिया गया है।
मुख्यमंत्री होंगे खास मेहमान
इस साल देव दीपावली के मौके पर योगी आदित्यनाथ खास मेहमान होंगे। 23 नवंबर को अलकनंदा क्रूज से वो गंगा भ्रमण करते हुए बनारस के घाटों का अवलोकन करेंगे। योगी आदित्यनाथ राजघाट से अपना दौरा शुरू करेंगे। इसी दिन घाट पर मां गंगा की पूजा-अर्चना भी विशेष रूप से की जाएगी।
यमुनाचार्य महाराज की प्रतिमा का अनावरण
देव दीपावली के इस खास मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मणिकर्णिका घाट स्थित सतुआबाबा आश्रम में षष्ठम सतुआबाबा जगदगुरु यमुनाचार्य महाराज की अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। साथ ही इस दिन गंगा के घाटों और उसकी रेती पर एक साथ 20 लाख दीपदान किए जाएंगे। जिसके लिए सैकड़ो टन तेल, दीप-बत्ती जुटाने का काम केंद्रीय देव दीपावली समिति ने ले ली है।