Christmas 2019: कौन थे सीक्रेट सैंटा? क्रिसमस पर क्यों दिया जाता है मोजे में गिफ्ट-पढ़िए दिलचस्प कहानी
By मेघना वर्मा | Published: December 7, 2019 07:35 AM2019-12-07T07:35:33+5:302019-12-07T07:35:33+5:30
दुनिया भर के लोग चर्च में प्रार्थना करने जाते हैं। इसी दिन लोग क्रिसमस की पार्टी भी करते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट भी बांटते हैं। क्रिसमस पर गिफ्ट बांटने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
दिसंबर का महीना शुरू होते ही क्रिसमस की तैयारियां जोरो पर शुरू हो जाती हैं। ईसाई धर्म के लोगों का सबसे बड़ा त्योहार होता है। इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन दुनिया भर के लोग चर्च में प्रार्थना करने जाते हैं। इसी दिन लोग क्रिसमस की पार्टी भी करते हैं और एक-दूसरे को गिफ्ट भी बांटते हैं। क्रिसमस पर गिफ्ट बांटने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।
सिर्फ यही नहीं क्रिसमस के दिन बच्चों को या लोगों में सीक्रेट सेंटा का भी क्रेज रहता है। कई लोग सीक्रेट सैंटा बनकर बच्चों को गिफ्ट देते हैं। ऐसी मान्यता सदियों से चली आ रही है कि ये सीक्रेट सैंटा की क्रिसमस के दिन मोजे में गिफ्ट देकर चले जाते हैं। मगर क्या आपको पता है कि ये सीक्रेट सैंटा मोजे में गिफ्ट क्यों लाता है। आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी दिलचस्प कहानी।
सीक्रेट सैंटा की कहानी
लोककथा के अनुसार, बहुत समय पहले एशिया माइनर स्थित मायरा नाम की एक जगह पर सेंट निकोलस नाम का एक आदमी रहता था। यह शख्स बेहद अमीर था। मगर उनके माता-पिता का देहांत हो चुका था। सेंट निकोलस हमेशा गरीबों की मदद करते थे। मगर कभी किसी को इस बात का पता नहीं चला। वो अक्सर गरीबों को सीक्रेट गिफ्ट देकर खुश करने की कोशिश करते थे।
एक दिन सेंट निकोलस को पता चला कि एक गरीब व्यक्ति के पास उसकी तीन बेटियों की शादी के लिए पैसे नहीं हैं। तब निकोलस ने उस गरीब व्यक्ति की मदद करने के लिए रात के समय उसके घर की छत में लगी चिमनी के पास पहुंचे और वहां सोने से भरा बैग डाल दिया। बताया जाता है कि उस समय उस गरीब व्यक्ति ने अपना मोजा सुखाने के लिए चिमनी में लगा रखा था।
जब गरीब आदमी ने अपने मोजे उठाए तो उसमें उसे ढेर सारे पैसे मिले। उसके साथ ऐसा एक बार नहीं, बल्कि तीन बार हुआ। बताया जाता है कि जब आखिरी बार निकोलस सोने से भरा बैग लेकर उसके घर पहुंचे, तब उस गरीब व्यक्ति ने निकोलस को देख लिया। मगर निकोलस ने उससे कहा कि वो ये बात किसी को ना बताए।
मगर यह बात बहुत दिनों तक छिपी नहीं रह सकी। इसके बाद किसी को भी गिफ्ट मिलता तो सब कहते कि सीक्रेट सेंटा गिफ्ट दे गया। पहली बार इंग्लैंड में उन्हें फादर क्रिसमस और ओल्ड मैन क्रिसमस का नाम दिया गया। माना जाता है कि इसके बाद से ही पूरी दुनिया में क्रिसमस के दिन सीक्रेट सैंटा बनने और मोजे में गिफ्ट देने का यह रिवाज चला आ रहा है।