Chandra Grahan 2024: सितंबर माह में लगेगा इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानें तारीख, समय और सूतक का प्रभाव
By रुस्तम राणा | Updated: August 27, 2024 14:28 IST2024-08-27T14:28:31+5:302024-08-27T14:28:31+5:30
Chandra Grahan 2024 Date: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण भाद्रपद मास की पूर्णिमा पर लगेगा।

Chandra Grahan 2024: सितंबर माह में लगेगा इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण, जानें तारीख, समय और सूतक का प्रभाव
Chandra Grahan 2024: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण सितंबर माह में लगेगा। बता दें कि साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च को लग चुका है। यह चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। ज्योतिष और धर्म के नजरिए से ग्रहण को एक अशुभ अवधि के रूप में देखा जाता है। यह राहु-केतु के कारण अस्तित्व में आता है। जबकि वैज्ञानिक नजरिए से जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक साथ सीधी रेखा में आ जाते हैं तो पृथ्वी की वजह से सूर्य का प्रकाश चंद्रमा तक नहीं पहुंचता है और तब चंद्र ग्रहण लगता है। यहां जानिए साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कब और किस समय लगेगा? इसका सूतक काल कितना प्रभावी रहेगा और भारत में यह दिखेगा या नहीं?
2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण कब लगेगा?
Chandra Grahan 2024 Date and Time: साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को लगने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण भाद्रपद मास की पूर्णिमा पर लगेगा।
साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का समय
Chandra Grahan 2024 Date and Time: भारतीय समय के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण 18 सितंबर 2024 को सुबह 6:11 से शुरू होकर सुबह 10:17 तक रहेगा जिसकी कुल अवधि 4 घंटे 6 मिनट की है।
क्या भारत में दिखाई देगा चंद्र ग्रहण 2024?
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। भारत में यह चंद्र ग्रहण पूर्ण नहीं होगा, आंशिक रूप से इसकी झलक देखी जाएगी जोकि महाराष्ट्र, मुंबई सहित पश्चिमी शहरों में दिखेगा। इसके अलावा यह चंद्र ग्रहण यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका में नजर आएगा।
सूतक काल कब लगेगा?
चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल ग्रहण लगने से 9 घंटे पूर्व ही लग जाता है, जो ग्रहण समाप्ति के साथ ही खत्म होता है। भारत में दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल यहां प्रभावी रहेगा। किंतु बच्चों और बूढ़ों में इसका प्रभाव शून्य रहेगा। धार्मिक मान्यतानुसार इस दौरान आपको मंदिर के पट बंद कर देने चाहिए, जल, दूध या खाने के अन्य सामान में तुलसी का पत्ता डालकर रख देना चाहिए और ग्रहण के दौरान अपने इष्ट की आराधना करनी चाहिए।
क्या होता है आंशिक चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं पूर्ण चंद्र ग्रहण, आंशिक चंद्र ग्रहण और उपच्छाया चंद्रग्रहण। 18 सितंबर को लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक चंद्र ग्रहण होगा, यानी कि जब चंद्रमा का केवल एक भाग पृथ्वी की छाया में आता है। आंशिक चंद्र ग्रहण पर भी आपको घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए, खासकर गर्भवती महिलाओं को आंशिक चंद्र ग्रहण के दौरान भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है।