Chandra Grahan 2020: चंद घंटों में लगने वाला है ग्रहण, नहीं मान्य होगा सूतक काल-जानें डिटेल

By मेघना वर्मा | Published: June 5, 2020 10:01 AM2020-06-05T10:01:19+5:302020-06-05T10:01:19+5:30

आज लगने वाला चंद्रग्रहण उपच्छाया चंद्रग्रहण है। जिसमें सूतक काल मान्य नहीं होता। हलांकि फिर भी लोग कुछ चीजें मानते हैं।

Chandra Grahan 2020, know the time, there will not sutak kaal or period in this lunar eclipse | Chandra Grahan 2020: चंद घंटों में लगने वाला है ग्रहण, नहीं मान्य होगा सूतक काल-जानें डिटेल

Chandra Grahan 2020: चंद घंटों में लगने वाला है ग्रहण, नहीं मान्य होगा सूतक काल-जानें डिटेल

Highlightsजानकारों के अनुसार उपच्छाया चंद्र ग्रहण को शास्त्रों में ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा गया है।चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य जब सीध पर होते हैं तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है इसे ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है।

साल का दूसरा चंद्रग्रहण आज यानी 5 जून को लगने वाला है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे एक अशुभ घटना बताया जाता है। हर ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। जिसमें कुछ भी शुभ कार्य नहीं किए जाते। मगर इस चंद्र ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होगा। 

आज लगने वाला चंद्रग्रहण उपच्छाया चंद्रग्रहण है। जिसमें सूतक काल मान्य नहीं होता। हलांकि फिर भी लोग कुछ चीजें मानते हैं। सूतक काल में पूजा-पाठ या किसी भी तरह के शुभ कार्य की मनाही होती है मगर इस बार का ग्रहण उच्छाया है इसलिए ये सभी कार्य किए जा सकते हैं। 

क्या है ग्रहण का समय

रात 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा जो 6 तारीख को 2 बजकर 34 मिनट (सुबह) तक रहेगा। इस ग्रहण को हम अपनी नंगी आंखों से देख नहीं पाएंगे। रात 12 बजकर 54 मिनट पर यह अपनी पूर्ण स्थिति में होगा। इस चंद्रग्रहण की कुल अवधि 3 धंटे 15 मिनट की होगी। 

ग्रहण को आस्था की नजर से देखा जाता है। ग्रहों की चाल और राशि बदलने का असर क्या पड़ेगा इस बात को भी देखा जाता है। ग्रहण का हमारे जीवन पर भी प्रभाव पड़ता है। इस साल पड़ने वाले ग्रहण की बात करें तो ये ग्रहण भारत समेत यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देगा।

लगने वाले दो चंद्रग्रहण भी होंगे उपच्छाया ग्रहण

चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य जब सीध पर होते हैं तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है इसे ही चंद्र ग्रहण कहा जाता है। मगर इस बार चंद्रमा पृथ्वी की छाया के बाहरी किनारे से होकर गुजरेगा। यानी चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में छिपेगा नहीं। वहीं 5 जून के अलावा 4-5 जुलाई और 29-30 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण भी उपच्छाया चंद्रग्रहण होगा। 

कई जानकारों के अनुसार उपच्छाया चंद्र ग्रहण को शास्त्रों में ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा गया है। यही कारण है कि इस ग्रहण के दौरान सूतक नहीं लगेगा। आमतौर पर चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले और सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले से शुरू हो जाता है। शास्त्रों के अनुसार ये ग्रहण नहीं है, इसलिए इसका खास प्रभाव भी नहीं पड़ेगा।

English summary :
In today's lunar eclipse in which the Sutak period is not valid. Although people still believe some things. During the Sutak period worship or any kind of auspicious work is forbidden, but the eclipse of this time is uprooted, so all these works can be done.


Web Title: Chandra Grahan 2020, know the time, there will not sutak kaal or period in this lunar eclipse

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